बहराइच । बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। मिशन कायाकल्प की समीक्षा के दौरान डीएम मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि विगत माह दिसम्बर के सापेक्ष चालू माह जनवरी में शून्य प्रगति वाले विकास खण्डों के सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं एडीओ पंचायत का अग्रिम आदेशों तक वेतन आहरित न किया जाय। डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को चेतावनी दी कि स्थिति में सुधार न होने पर दोषी एडीओ पंचायत व बीईओ की सत्यनिष्ठा संदिग्ध दर्शाते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि से दण्डित किया जाएगा।
डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पेयजल, बालक-बालिका शौचालय एवं मूत्रालय, शौचालयों में पानी एवं टाइलीकरण, दिव्यांग शौचालय, मल्टीपल हैण्डवाशिंग, कक्ष-कक्षों में टाइलीकरण, श्याम पट, रसोईघर, भवन का रंग-रोगन, विद्युत संयोजन, समुचित वायरिंग एवं उपकरण, फर्नीचर एवं डैस्क, सबमर्सिबिल/सप्लाई वाटर एवं बाउण्ड्रीवाल इत्यादि सभी इण्डीकेटर्स को पूर्ण कराया जाय। विद्यालय भवन व आंगनबाड़ी केन्द्र के निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान निर्माण निगम व यूपी सिडको इत्यादि कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया गया कि निर्धारित मानक के अनुसार समय से निर्माण कार्य को पूर्ण करें।
फर्नीचर आपूर्ति की धीमी प्रगति पर डीएम ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित संस्था को निर्देश दिया कि शीघ्र से शीघ्र आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। ब्लाक चित्तौरा, तेजवापुर व विशेश्वरगंज में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के उच्चीकृत कार्य की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए बीएसए को निर्देष दिये गये कि सम्बन्धित कार्यदायी संसथाओं के अधि.अभि. को निलम्बित करने एवं कार्यदायी संस्था को बदलने के लिए शासन को पत्र भिजवाया जाय।
डीएम ने खण्ड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया कि छात्रों के माता-पिता व अभिभावकों के आधार कार्ड बनाएं जाने के साथ-साथ बैंक खातों से आधार सीडिंग कराएं तथा अभिभावकों को इस बात के लिए प्रेरित भी किया जाय कि वे अपने बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजे। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में डीएम ने खण्ड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वप्रथम न्यून उपस्थिति वाले विद्यालयों को चिन्हित कर सम्बन्धित ग्रामों का भ्रमण कर कम संख्या में छात्रों की उपस्थिति का कारण पता कर समस्या का समाधान कराएं। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता, मिड-डे-मील सहित अन्य व्यवस्थाओं का भी जायज़ा लें तथा यह सुनिश्चित कराएं कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले।
जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि निपुण शिक्षा मिशन अन्तर्गत विकसित किये गए प्रेरणा, दीक्षा, रीड-ए-लान्ग, समर्थ इत्यादि एैप पर वांछित सूचनाओं को अद्यतन रखने हेतु शिक्षकों को प्रेरित किया जाए। मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि समस्त ग्राम प्रधानों को निर्देश जारी कर दिये जाएं कि विद्यालयों में फल का वितरण समय से हो तथा मध्यान्ह भोजन भी निर्धारित मैन्यू के अनुसार बच्चों का परोसा जाए।
शत-प्रतिशत विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों को विद्युत कनेक्शन से आच्छादित करने के सम्बन्ध में विद्युत विभाग को निर्देश दिये गये कि झटपट पोर्टल पर किसी प्रकार की पेन्डेन्सी न रखी जाए। क्षेत्रीय सहायक व अवर अभियन्ताओं को निर्देश दिया गया कि वे स्वयं भी भ्रमण कर विद्यालयों एवं आांगनबाड़ी केन्द्रों को विद्युत कनेक्शन से आच्छादित कराएं। डीएम ने कहा कि यदि इस कार्य में कोई समस्या आ रही है तो सम्बन्धित एबीएसए व सीडीपीओ से समन्वय कर समाधान कराया जाय।
बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी ने किया। इस अवसर पर सीडीओ सम्या आर, जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र देव, एसडीएम सदर प्रिंस वर्मा, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, अधि.अभि. विद्युत शैलेन्द्र कुमार, एलडीएम जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, डीपीओ राजकपूर, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार सिंह, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी वी.पी. सत्यार्थी, व अन्य अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।