विन्दु छन्द

मापनी- गालल गालल, गागा गागा

पिंगल सूत्र- भ भ म ग   ध्रुव शब्द- अंतस

 एक गुणेश्वर,  अंतर्जामी,

अंतस में सुधि,  प्राणायामी।

कर्म अहर्निश,  साधें  वैसे,

ईश प्रवर्तन,   भासे   जैसे ।

 वंदन में न , अपेक्षा बोले,

निश्छल शुद्ध , अमी ही घोले।

चिंतन दूर, रहे चाहों से-

अंतस  गाँव, शुभाशा  लोले। 

मीरा भारती।