नारी हूं

सीता जैसी पवित्रता नहीं, 

है मात्र चंचल मन का आलाप,

आप की राह में आतुर सामान्य नारी हूं।

शबरी जैसा धीरज नहीं,

है मात्र जिम्मेदारी का बोझ,

आप की राह में आतुर सामान्य नारी हूं।

राधा जैसी असीम प्रीत नहीं,

है मात्र दुनियादारी का भार,

आप की राह में आतुर सामान्य नारी हूं।

मीरा सम सहनशीलता नहीं,

है मात्र चतुर समाज का भय,

आप की राह में आतुर सामान्य नारी हूं।


वीरेंद्र बहादुर सिंह 

जेड-436ए , सेक्टर-12,

नोएडा-201301 (उ.प्र.)

मो- 8368681336