दुनिया को अलविदा कह गई एक और आवाज़ : दानिश सिद्दिकी

उर्दू तालीमी बोर्ड के सदस्यों ने मुनव्वर राना को दी श्रद्घांजलि

सहारनपुर। देश और विदेश के प्रसिद्घ शायर मुनव्वर राना के निधन पर दुख जाहिर करते हुए बुधवार को उन्हें श्रद्घांजलि दी गयी। उनके परिवार को दुख सहने की हिम्मत के लिए दुआ की गई। छत्ता जम्बूदास स्थित एक सभागार में उर्दू तालीमी बोर्ड द्वारा श्रद्घांजलि सभा की गयी। महासचिव दानिश सिद्दीकी ने कहा कि दिल में हिंदुस्तान और शायरी में इंसानियत को प्राथमिकता देने वाले प्रसिद्घ शायर मुनव्वर राना रविवार को दुनिया से रुखसत हो गए। 

उनकी शायरी हमेशा सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहेगी। वह अपने पीछे गजलों की ऐसी विरासत छोड़ गए है जो मुशायरों में हमेशा उन्हें जिंदा रखेगी। यही नहीं, जब-जब मां पर कोई कविता कही जाएगी तो मुनव्वर राना की शायरी जरूर याद आएगी। उनके निधन के बाद साहित्य जगह में शोक है। मुनव्वर राना ने देश और विदेशों में आयोजित मुशायरों में शिरकत करते थे और अपने बुलंद, खनकती आवाज में महफिल में जान फूंक देते थे। कई वर्षाे से सहारनपुर की सार्ज़मीं पर मंसूर बदर पार्षद द्वारा ऑल इंडिया मुशायरों में मुनव्वर साहब की हाज़री होती रही है। 

मुनव्वर साहब ने शायरी पढ़ते हुए कहा था कि दुनिया तेरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूं। तू चांद मुझे कहती थी मैं डूब रहा हूं। हम दुनिया छोड़ आए हैं। हम सोये तो सोते रह जाएंगे। इसी तरह उन्होंने शायरी पढ़ी थी कि श्श्ज़िंदगी ताश के पत्तों की तरह है मेरी,और पत्तों को बहरहाल बिखर जाना है। इस दौरान सहारनपुर के प्रसिद्ध शायर डॉ0 आबिद हसन वफ़ा ने मुनव्वर राना को खिराजे अक़िदत देते हुए कहा की ऐ मुनव्वर ये इक सदी क्या,तुमको सदियां भुला ना पाएंगी। 

महमूद असर सहारनपुरी ने नम आँखों से मुनव्वर राना की याद में अपनी शायरी में कहा की। जब जब भी शायरी पे मुनव्वर चलेगी बात,उर्दू अदब को आप बहुत याद आओगे। बोर्ड के संरक्षक सज्जाद हुसैन एडवोकेट ने कहा कि मुनव्वर राना के जाने से देश को जो क्षति हुई है, हिंदुस्तान की तहजीब के लिए बड़ा नुकसान है। उसकी भरपाई शायद ही हो पाएगी।

 वह हिंदी व उर्दू अदब के कद्दावर शायर थे। उनकी शायरी सभी में जोश भर देती थी। इस दौरान नवेद उल हक सिद्दीकी, शहजाद अख्तर, ख्वाजा सलमान, राव रमीज, मजहर उमर, जुनैद सज्जाद, राफे सिद्दीकी,डॉ खालिद अंसारी,राफे सिद्दीकी,मौ.अब्बास, सलमान थानवी के अलावा शहर की अन्य सामाजिक,दीनी,अदबी और सियासी संगठनों ने मुनव्वर राना के लिए दुआएं मगफिरत की।