लखन सिया संग अयोध्या में श्रीराम आये हैं।
बिछे हैं फूल गलियों में अयोध्या धाम आये हैं।।
स्नेह निमंत्रण आया है अयोध्या धाम आने का।
विश्व में धर्म ध्वजा फहराने का पैगाम लाये हैं ।।
मनेगा हर घर दीपोत्सव सजेगी बंदनवार यहां।
बजेंगे ढोल नगाड़े मन में यही अभिराम लाये हैं।।
रामभक्तों के हृदय में सदा से बसते प्रभु श्रीराम।
ऋषियों मुनियों के देश में वही सुबह शाम लाये हैं ।।
इतना पावन समय यह आया झूमे दुनिया सारी।
अपने प्रभु दर्शन को पावन अयोध्या धाम आये हैं।।
प्रभु मिलन के पथ पर तो हजारों बाधाएं आई थी ।
मिट गये सब संकट प्रभु मिलन का पैगाम लाये हैं।।
स्वरचित एवं मौलिक
अलका शर्मा, शामली, उत्तर प्रदेश