भारत हमारा स्वाभिमान

भारत हमारा स्वाभिमान

हमारा संविधान इसकी पहचान

हम इसके रक्षक इस पर हमें गुमान ।

जन गण मन के भाव से भारत बना महान 

भारत ने बड़ी कठिनाईयों से आजादी पाई है

इसका मूल्य समझें हम आगे बढ़े हम  ।

क्योंकि हम इस देश के युवा अमृत काल के सजग प्रहरी

भेदभाव नहीं हमारे अंदर मिलजुलकर रहे हम 

भारत हमारा स्वाभिमान

हमारा संविधान इसकी शान ।

युवा भारत की बागडोर सब मिलकर थामें

देश का मस्तक झुकने ना दे हम भारत के मतवाले ।

दुश्मनों को छोड़ें नहीं हम दोस्तों से हों अपनापन

इन्हीं भाव से भारत दूनिया का बना सिरमौर ।

हम इसके रक्षक इस पर हमें गुमान ।

जन गण मन की भावना से भारत बना महान

भारत हमारा स्वाभिमान

हमारा संविधान इसकी शान  ।।


प्रेषक लेखक - हरिहर सिंह चौहान जबरी 

बाग नसिया इन्दौर मध्यप्रदेश 452001

मोबाइल- 9826084157