कारसेवकों का संघर्ष है राम मंदिर ।

कारसेवकों का संघर्ष है राम मंदिर

सनातन संस्कृति का संकल्प है राम मंदिर ।

राम जो मार्यदाओ का सागर है 

वह हमारे कण कण में बसे हैं

हमारी आस्था की सकारात्मक ऊर्जा है राम मंदिर  ।

वक्त के ज़ुल्म सितम के घाव पर मरहम है राम मंदिर 

कारसेवकों का संघर्ष है राम मंदिर  ।

मौसमों के हर एक सितम को सहते हुए

  और टेंट में बैठे थे जब हमारे भगवान 

उसी अयोध्या के वनवास की कहानी है राम मंदिर ।

आज भव्य मंदिर के स्वर्ण सिंहासन पर बैठे राम है 

खुशी उल्हास चारों ओर है।

कारसेवकों के बलिदान व संघर्ष है राम मंदिर ।

 उन संघर्षों के दिनों में हार के  साथ भेदभाव सहते हुए

जीत का विश्वास  हमारा कमजोर नहीं हुआ था 

तभी तो उत्सव उंमगता का प्रतीक है राम मंदिर ।

भारतीय के लिए सद्भावना व सौहार्द की सबसे बड़ी मिशाल है राम मंदिर।

मर्यादाओं के इस क्षीरसागर में हिन्दूओं के लिए आत्म चिंतन है राम मंदिर।

500 सालों का संघर्ष जो अविरल चलता रहा

उसी संघर्ष का पूर्ण विराम है राम मंदिर ।

हम सभी के लिए भारत का स्वाभिमान है

हमारे राष्ट्र की पहचान है राम मंदिर।

कारसेवकों का संघर्ष है राम मंदिर ।

सनातन संस्कृति का संकल्प है राम मंदिर

प्राणों की जब चिंता नहीं थी

सौगंध खाकर निकलें थे राम भक्त

मंदिर वहीं बनाएंगे

उन्हीं बलिदानी कारसेवकों का  जूनून

आज साकार हो रहा है

क्योंकि उनके संकल्पों में राम मंदिर था।

कारसेवकों का संघर्ष है राम मंदिर ....... ।।

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उन सभी बलिदानी कारसेवकों को हम सभी का शत शत नमन  जिनके बिना यह भव्य आलोकित अद्भुत राम मंदिर संभव नहीं था।

प्रेषक लेखक - हरिहर सिंह चौहान 

जबरी बाग नसिया इन्दौर मध्यप्रदेश 452001

मोबाइल- 9826084157