कलश यात्रा के साथ आरंभ हुई 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ

हाथी घोड़े के साथ ग्रंथ व झाकियों ने सबको किया आकर्षित

प्रकृति के प्रतिकूल असुरक्षित है मानव जीवन - ऊषा शर्मा

जहानागंज आजमगढ़ : जनपद के गायत्री शक्तिपीठ कोल पांडेय के मैदान में आयोजित चार दिवसीय 108 कुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ बुधवार को निकाली गई भव्य कलश यात्रा के साथ  हुआ। कलश यात्रा में भागीदारी के लिए सुबह से ही मैदान में पीले वस्त्र में महिलाओं एवं कुंवारी कन्याओं के साथ साथ श्रद्धालुओं का हुजूम इकट्ठा  होना शुरू हुआ। कलश यात्रा के पूर्व  शांतिकुंज हरिद्वार से मंगाए गए । 

कलश का विधि विधान से पूजन किया गया तत्पश्चात कन्याएं कलश लेकर जहां आगे आगे चल रही थी वहीं हाथी घोड़े पर शांतिकुंज से आए हुए गायत्री परिवार के उपासक कलश यात्रा का दिशा निर्देशन कर रहे  थे। यज्ञ आयोजिका उषा शर्मा के नेतृत्व में कलश यात्रा यज्ञ स्थल से प्रारंभ होकर कोलघाट सब्जी मंडी पुरानी कोतवाली चौक बड़ा देव पुलिस चौकी दलाल घाट चौराहा कोर्ट चौराहा हर्रा की चुंगी पहाड़पुर तिराहा एवं स्टेडियम होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंची जहां यज्ञ मंडप में कलश को स्थापित किया गया और वेद मंत्रो के द्वारा देवी देवताओं का आह्वाहन किया गया कलश यात्रा में कलश के साथ साथ वेद पुराण उपनिषद मीमांसा दर्शन प्रज्ञा पुराण रामायण महाभारत सहित 108 ग्रंथो को भी शामिल किया गया जो आकर्षण का केंद्र था। कलश यात्रा में कुछ युवा हाथ में मशाल लेकर चल रहे थे। 

जो इस बात का सूचक होता है कि किसी राष्ट्र की प्रबलता युवाओं के  चरित्र के बलबूते ही मजबूत होती है और जब भी अंधेरे में प्रकाश की किरण फैलती है तो अज्ञानता का विनाश होता है और ज्ञान का किरण पुंज प्रकाशित होता है। चार समूह में छात्राएं कलश यात्रा में शामिल थी जिसमें  पीला वस्त्र धारण किए छात्राएं ज्ञान का प्रतीक थी तो वहीं लाल वस्त्र के रूप में वे दुर्गा के शक्ति का प्रतीक थी कुछ छात्राएं राष्ट्रीय तिरंगा लेकर राष्ट्र प्रेम की भावनाओं को जागृत कर रही थी और कुछ त्याग का प्रतीक केसरिया वस्त्र धारण किए थी। 

डॉ0 उषा शर्मा ने कहा की वेद पुराणों में इस बात का वर्णन है कि बिना ज्ञान के मनुष्य पशु के समान होता है और प्रकृति के प्रतिकूल मानव जीवन सर्वदा असुरक्षित है यज्ञ के द्वारा प्रकृति का शुद्धीकरण होता है जो मानव के लिए कल्याणकारी होता है। कलश यात्रा में प्रमुख रूप से जिलाधिकारी की पत्नी अंगिरा भारद्वाज,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह,विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, ब्रह्म वादिनी टोली नायिका श्रीमती संध्या तिवारी ,श्री भोला साइ , सुदामा यादव, इंदू राय, डॉक्टर मनीष त्रिपाठी, प्राची भारद्वाज सहित अन्य लोग भी शामिल थे।