गजब की गिरफ्तारी

सेवा में,

भैंसों के मालिक,

एक्सवाईजेड गाँव।

विषयः नन्हीं-मुन्नी मासूम वंदे भारत गाड़ी को घायल करवाने के अपराध में गिरफ्तारी वारंट।

जैसा कि आपको पता है कि आपकी लोहे जैसी भैंसों ने .........तारीख (आए दिन), ..........समय (चौबिसों घंटे) हमारे देश की शान नन्हीं-मुन्नी मासूम वंदे भारत गाड़ी पर हमला कर दिया। उसका सुंदर चेहरा टूट-फूट गया। जैसे-तैसे उसे रेलवे शेड के अस्पताल में ले जाकर मरहम-पट्टी की गई। यह सब आप लोगों की लापरवाही और भैंसों को इतना मजबूत बनाने के कारण हुआ है। हमें संदेह नहीं पूरा विश्वास है कि आप उन्हें खाने में आइरन, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स से भरा मिड डे मिल्स खिलाते थे। उन्हें नन्हीं-मुन्नी मासूम वंदे भारत जैसी गाड़ियों पर हमला करने के लिए पटरियों के पास छोड़ देते थे।

आप लोगों को पता भी है कि मासूम और भोली-भाली वंदे भारत के साथ आपकी भैंसों ने क्या किया है? क्या आपको उसके गुणों के बारे में पता भी है? उसके गुणों का वर्णन इस प्रकार है-

वंदे भारत बड़ी प्यारी गाड़ी है। एकदम मासूम, भोली-भाली और नादान। छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े तक प्यार करते हैं। इसका एकदम गोरा चेहरा। सामने की ओर निकला हुआ मुख। इसके लाइटें मृगनयनी की तरह सुंदर है।  एक बार जो इसको देख ले वह इसी का बनकर रह जाता है।  

बच्चे तो इसी से खेलने की जिद करते हैं। केवल इसका चेहरा ही नहीं, मक्खन की तरह इसके पैर रूपी पहिए, अलग-अलग अंग रूपी बर्फी जैसे डिब्बे। दूध सी सफेदी ऐसी कि छुओ तो मैली हो जाए। इतनी खूबसूरत कि फिल्मी निर्माता-निदेशक इसकी डेट लेने के लिए लाइन में खड़े हैं।

घुटनों के बल चलने वाली मासूम सी वंदे भारत को अपनी भैंसों से मरवाते हुए आप लोगों को शर्म नहीं आई। इसका गुणगान दुनिया करती है। आज इसके मुखड़े की जो हालत हुई है, उसे देखकर देशभर के लोग बिलख-बिलखकर रो रहे हैं। उनकी हालत खराब होती जा रही है। उसे प्यार करने वाले, उसको छूने उसकी बांहों में खेलने के लिए अनगिनत लोग तड़प रहे हैं। जब से उन्हें पता चला है कि मासूम वंदे भारत के चेहरे पर चोट आई है, लोगों ने खाना-पीना छोड़ दिया है। उसकी सलामती के लिए होम-यज्ञ किए जा रहे हैं। मजारों पर चादर चढ़ाई जा रही है। गिरजाघरों में प्रार्थना सभाएँ हो रही हैं। उसके दुख में लोग छाती पीट-पीट कर अपनी हालत खराब कर रहे हैं।

लोगों में भारी आक्रोश है। उनकी माँग है कि भैंसों के मालिक को तुरंत पकड़ा जाय और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। वैसे भी हमारे कानून के हिसाब से एक्सवाईजेड धारा के तहत आपको गिरफ्तार करने का प्रावधान बनता है। इसलिए  यह जो कुछ भी हो रहा है सब आप लोगों की वजह से हो रहा है। न आप भैंसें को इतना खिलाते, उन्हें खुला छोड़ते और न यह दिन देखना पड़ता।

आप लोगों को तुरंत आदेश दिया जाता है कि आप जल्दी से अपनी गिरफ्तारी दें। अन्यथा हमें .........धारा के तहत गिरफ्तार करना पड़ेगा। हमारी आपको सलाह है कि आप अपनी गिरफ्तारी अभी करवा लें। अन्यथा हमारे आने से पहले गुस्साई जनता के शिकार बनते हैं, तो इसमें नुकसान आपको ही है।  

हस्ताक्षर

थाना प्रभारी


डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’, चरवाणीः 7386578657