पीड़ित अपने ही जमीन में दरवाजा खोलने व प्लास्टर के लिए संबंधित अधिकारियों का लगा रहा चक्कर

मार्टिनगंज आजमगढ़। तहसील अंतर्गत दीदारगंज थाना क्षेत्र के नूरपुर निवासी शाह आलम ने थाना प्रभारी व एसडीएम मार्टिनगंज को प्राथना पत्र सौंपते हुए कहा की गांव में ही हमारी चक गाटा संख्या 163,164 व 165 है जिसका उपजिलाधिकारी न्यायालय से हमारे द्वारा धारा 24 के तहत पत्थल नसब करवा कर हमने अपना मकान बनवाया है और अब अपने मकान में ही हमारे द्वारा दरवाजा खोला गया जिसे प्लास्टर मिस्त्री मजदूरों द्वारा किया जा रहा था तभी पड़ोस के रहने वाले अबु बकर पुत्र फारूक द्वारा रोकवा दिया गया और गाली गलौज देते हुए मार पीट करने पर आमादा हो गए जबकि हमारे घर के दक्षिण तरफ ग्राम सभा की आबादी है जिसको ग्रामीण 50वो वर्षो से रास्ते के तौर पर प्रयोग करते आ रहे हैं । 

जिसपर ग्राम प्रधान कौशर खान गंदी नियत व राजनीति करते हुए रास्ता बंद करवा कर अबूबकर पुत्र फारूक को सार्वजनिक रास्ता कब्जा करवाना चाहते हैं बताते चलें की नूरपुर ग्राम सभा में जाने हेतु एक मुख्य मार्ग जो ग्राम सभा आबादी के रूप में है जिसे ग्रामीण सदियों से रास्ते के लिए प्रयोग करतें है हालाकि रास्ता कागज में दर्ज नहीं है जिसे ग्रामीण लेखपाल व संबंधित अधिकारियों से मिलकर दर्ज कराना चाहते है जो ग्राम प्रधान व प्रधान के चहेते अबूबकर पुत्र फारूक को खटक रहा । 

अब ध्यान देने योग्य बात यह है उपरोक्त  अबूबकर पुत्र फारूक के मकान का दरवाजा भी उसी रास्ते पर है हालाकि प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मार्टिनगंज एसडीएम नंदिनी शाह ने नायब तहसीलदार व थाना प्रभारी दीदारगंज को जांचकर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया जहां नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार सिंह राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आबादी सुदा सार्वजनिक रास्ते पर आने जाने वाले सैकड़ों ग्रामीणों का बयान दर्ज करवाया । अब देखना हैं की संबंधित अधिकारी आबादी सुदा सार्वजनिक रास्ते को बहाल कर आम ग्रामीणों को सौंपते है या ग्राम प्रधान के प्रभाव में आकर अबूबकर पुत्र फारूक को।