जनपद में सूखे की स्थिति व क्षति के आकलन हेतु फसलों का सर्वे कार्य शुरू

बहराइच। बृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में सूखा की स्थिति व फसलों के क्षति के आकलन के सम्बन्ध में बैठक आहूत की गयी। बैठक में कम बारिश होने के कारण जिले में खरीफ फसलों की स्थिति और उत्पादकता में क्षति के स्थलीय सर्वेक्षण के लिए जनपद स्तरीय समिति गठित की गयी है ।

जिसमें अध्यक्ष अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) मनोज, सदस्य जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ व आपदा विशेषज्ञ सुनील कुमार कन्नौजिया को शामिल किया गया है तथा तहसील व ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां 12 सितंबर तक खरीफ की फसलों की क्षति के आंकलन/सर्वेक्षण की रिपोर्ट शासन द्वारा निर्धारित प्रारूप 11 पर उपलब्ध कराएंगी।

जनपद में कम वर्षा होने के कारण असिंचित क्षेत्रों में फसलों की सिंचाई नहीं हो पाई। शासन स्तर से प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से कम बारिश होने पर सूखे का सर्वे कराने का निर्देश दिया गया है इसी के तहत जिले में डीएम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय एवं एसडीएम की अध्यक्षता में तहसील स्तरीय समितियां गठित की गई हैं। जिला व तहसील स्तरीय समितियां कम वर्षा के कारण खरीफ फसल की स्थिति तथा उत्पादकता में क्षति का स्थलीय सर्वेक्षण और करेंगी कम वर्षा अथवा संभावित सूखे से संबंधित तहसील स्तरीय रिपोर्ट जिला स्तरीय समिति को भेजी जाएगी। 

तहसील स्तरीय जांच रिपोर्ट में से 10 प्रतिशत ग्रामों का विस्तृत सत्यापन जिला स्तरीय समिति करेगी। इन समितियों की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट को 12 सितंबर 2022 तक शासन के राहत पोर्टल पर आनलाइन फीड किया जायेगा। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जनपद के समस्त तहसीलों में लेखपालों द्वारा फसलों की क्षति का स्थलीय सर्वेक्षण कार्य तीव्र गति से प्रारम्भ कर दिया गया है।

इस अवसर पर एडीएम मनोज, सीएमओ डॉ एस.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय, उप जिलाधिकारी सदर सुभाष सिंह धामी, कैसरगंज महेश कुमार कैथल, महसी रामदास, पयागपुर दिनेश कुमार, मोतीपुर ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।