नई दिल्ली: एक ओर जहां भारत के दक्षिणी, पश्चिमी, पूर्वी और पूर्वोत्तरी राज्यों में मॉनसून दस्तक दे चुका है, वहीं उत्तरी और उत्तरी पश्चिम राज्य अब भी मॉनसून के इंतजार में हैं. उत्तर के कुछ राज्यों में थोड़ी प्री-मॉनसून बारिश हुई है, लेकिन अब भी अधिकतर इलाकों में सूखा है. भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को अनुमान जताया है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजधानी के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं.
मौसम विभाग ने पहले सोमवार को दिल्ली में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के पहुंचने से पहले मध्यम दर्जे की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया था, लेकिन बारिश नहीं हुई. राजधानी में आजकल अधिकतम तापमान 36-39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में सुबह से धूप और बादल लुका-छुपी खेल रहे हैं. कभी-कभी हल्की हवा भी चल रही है. हालांकि, बारिश के आसार दोपहर तक नजर नहीं आ रहे हैं.
आईएमडी ने दिल्ली में मंगलवार को गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान व्यक्त किया है. आईएमडी ने कहा, 'अगले 48 घंटे के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के शेष हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, हरियाणा और पंजाब में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.'
विभाग ने बताया है कि पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 15 जून और 16 जून को गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. वहीं, इस दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान और मुज़फ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने एक ताजा ट्वीट में बताया है कि अगले दो घंटों में हरियाणा के रेवाड़ी, सिवानी, रोहतक, झज्जर, नरनौल, जींद, गोहना सहित कई इलाकों में गरज के साथ हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. वहीं 20 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. इसके अलावा राजस्थान के कोटपूतली, महनदीपुर, बालाजी, राजगढ़ और नागर में बारिश हो सकती है.
और सबसे बड़ी बात की मॉनसून को यहां पहुंचने में थोड़ी देरी हो सकती है. मौसम विभाग ने सोमवार को बताया था कि उत्तर भारत के कई हिस्सों को अभी मानसून के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि समीप आ रही पछुआ हवा की वजह से उसकी रफ्तार धीमी हो सकती है. विभाग ने इससे पहले पूर्वानुमान में कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना है.
विभाग ने कहा कि मॉनसून का उत्तरी छोर का प्रभाव दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगोंग, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर में बना हुआ है. उसने कहा, ‘‘ दक्षिण पश्चिम मानसून अब तक पूरे प्रायद्वीप (दक्षिणभारत) पूर्वी मध्य एवं पूर्वी एवं उत्तरपूर्वी भारत तथा उत्तरपश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचा है. वहां बिना किसी रूकावट के सक्रिय मानसून परिसंचरण एवं निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है. लेकिन समीप आती मध्य अक्षांशीय पछुआ हवा के कारण उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में मानसून धीमा होने की संभावना है.'