पाकिस्तान हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी- कार्यवाहक प्रधानमंत्री सही से काम नहीं कर सकते तो छोड़ दें कुर्सी

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के हाई कोर्ट ने लापता बलूच छात्रों के मामले में  एक बार फिर कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ को फटकारते हुए कहा कि अगर आप अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा सकते तो उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। यह तीखी टिप्पणी इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने लापता बलूच छात्रों की बरामदगी की मांग को लेकर दूसरी बार पेश न होने पर की। न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कियानी ने सरकार की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल मंसूर उस्मान अवान से प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति के बारे में पूछा। 

अटॉर्नी जनरल ने कहा कि प्रधानमंत्री कराची में अपनी व्यस्तता के कारण इसमें शामिल नहीं हो सके। इसपर कोर्ट ने रक्षा और गृह मंत्रियों की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाया और न्यायमूर्ति कियानी ने आपराधिक रिकॉर्ड के बिना लापता व्यक्तियों की बरामदगी नहीं होने पर चिंता व्यक्त की। हाई कोर्ट के जज ने कहा कि प्रधानमंत्री को सम्मन का मकसद यह पूछना था कि वह अपना कर्तव्य निभाने में क्यों विफल रहे। यदि प्रधान मंत्री, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री और सचिव अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर सकते, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।