भारत मां के दुलवरिन बेटी,
नदिया नरवा अऊ घाटी हे ,
पबरीत,सुग्घर निरमल भुंइया
मोर छत्तीसगढ़ के पावन माटी हे ।
मोर छत्तीसगढ़ के पावन
माटी हाबे ग सुग्घर चंदन ,
ऐ माटी मा खेलिन -खुदिन
शीरी-कृष्णा अऊ रघुनंदन ।
मोर छत्तीसगढ़ महतारी
तोर महीमा हा अपरम्पार हे ,
तोर कोरा मा बोहथे सुग्घर ,
महानदी,अरपा,पैरी, के धार हे ।
दंत्तेवड़ा मा दंत्तेश्वरी दाई ,
डोगरगढ़ मा बम्लेश्वरी बिराजे ,
रतनपुर मा महामाई बैईठें ,
गंगरेल के तीर मा अंगारमोती बिराजे ।
छत्तीसगढ़ के तीज-तिहार सुग्घर
इंहा हरेली,तीजा- पोरा हे ,
नादिया,बैइला ,गिल्ली-डण्डा
सुख के सुग्घर महतारी के कोरा हे ।
रचनाकार -
डोमेन्द्र नेताम ( डोमू)
मुण्डाटोला डौण्डीलोहारा
जिला- बालोद ( छ.ग.)