72 आराधक साक्षी बने दुर्लभ सोने और हीरे की परमात्मा की आंगी के...

केशरियाजी गज मन्दिर की तेरहवीं वर्षगांठ सम्पन्न हुई

केयुप व केएमपी के तत्वाधान में दो दिवसीय यात्रा का हुआ आयोजन

बाड़मेर । गज मंदिर केशरियाजी तेरहवीं वर्षगांठ व ध्वजा के उपलक्ष में अखिल भारतीय खतरगच्छ युवा परिषद केयुप शाखा बाड़मेर व अखिल भारतीय खतरगच्छ महिला परिषद केएमपी शाखा बाड़मेर के तत्वधान में बाड़मेर शहर में चल वर्षीतप की आराधना के 72 आराधको को दो दिवसीय जैन धार्मिक यात्रा का आयोजन हुआ। 

केयुप के पश्चिम राजस्थान के अध्यक्ष रमेश कानासर ने बताया कि वर्षीतप तपस्या के आराधकों को गज मन्दिर केशरियाजी की तेरहवीं के वर्षगांठ के उपलक्ष में केयुप व केएमपी के तत्वाधान में सर कीका बाई ट्रस्ट केशरियाजी ट्रस्ट मंडल द्वारा दो दिवसीय बाड़मेर से केशरियाजी यात्रा का आयोजन हुआ। 

केशरियाजी गज मन्दिर की प्रतिष्ठा सन 2011 में परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के हाथों सम्पन्न हुई थी, जिसकी तेरहवीं वर्षगांठ ध्वजारोहण का कार्यक्रम मंगलवार को प्रातः में गज मंदिर के अध्यक्ष बाबूलाल बोहरा, सचिव गजेंद्र भंसाली व ट्रस्ट मंडल द्वारा ध्वजा लाभार्थी परिवार द्वारा किया गया और वर्षीतप तपस्या के 72 तपस्वियों की तपस्या का प्रातः बेयासना बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ केशरियाजी में करवाया गया व शाम का बेयासना केयुप व केएमपी द्वारा करवाया गया। 

तपस्वियों को दूसरे दिन मंगलवार को हर्षाेल्लास के साथ रणकपुर तीर्थ धाम की यात्रा करवाई गई। सोमवार को निज गज मन्दिर में पूजा पक्षाल के बाद सांय 5.00 बजे परमात्मा के हीरा पन्ना नगीना से जडी भगवान के नवअंग की आंगी के लाभार्थी वर्षीतप आराधक श्रीमती सुन्दरदेवी अमृतलाल पारख परिवार द्वारा चढाई गई। वर्षीतप के आराधको को दर्शन करवाया वही बताया जाता है कि ऐसी सोने हीरे से बनाई हुई परमात्मा की आंगी हर बार नही मिलती, जिनके पुण्य बड़े हो भाग्यशालियो को ही दर्शन होता है। 

आराधकों ने इस आंगी के दर्शन कर मन प्रफुल्लित किया। इस अवसर पर केयुप राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप श्रीश्रीमाल मुम्बई, अमृतलाल पारख, नेमीचंद संखलेचा, रामलाल वडेरा, रत्नेश श्रीश्रीमाल, जगदीश सिंघवी, पवन संखलेचा नमन, किशनलाल छाजेड़, बंशीधर बोहरा, संजय छाजेड बींजासर, सम्पतराज सेठिया, पवन बोहरा, चम्पालाल सिंघवी सहित श्रावक श्राविकाएं ने सेवाएं दी।