जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर से बस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

फतेहपुर। सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एकस्टेंशन (आत्मा) योजनान्तर्गत वर्ष 2023–24 में कृषि विभाग, फतेहपुर के तत्वाधान में राज्य स्तरीय कृषक भ्रमण सह प्रशिक्षण के तहत प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति, फतेहपुर के माध्यम से 55 किसानों को भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर एवं चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर तथा 60 किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र गनीवां चित्रकूट व दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट स्थित ग्रामीण उद्यमिता केन्द्र व आरोग्य धाम के साथ ही बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा प्रशिक्षण एवं भ्रमण हेतु जिलाधिकारी श्रीमती सी० इंदुमती ने कलेक्ट्रेट परिसर से बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा एवं यमुना नदी के दोआबे में होने से जनपद में गेंहू, धान, दलहनी व तिलहनी तथा सब्जी एवं केला तथा विभिन्न प्रकार की औद्यानिक फसलों का उत्पादन होता है, किसानों को कुशलतापूर्वक खेती की तकनीकी की जानकारी के लिए कृषि संस्थानों में भेजा जा रहा है, जिससे किसानों को मृदा सुधार, सिंचाई व मल्विंग तथा प्राकृतिक कृषि एवं फसलों की विभिन्न प्रजातियों की उन्नतिशील किस्मों व फसलों में रोग कीट नियंत्रण तथा कटाई उपरान्त भण्डारण के साथ ही मूल्य संवर्धन की जानकारी मिलेगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि सम्भव है, इसलिए किसान इन संस्थानों से जानकारी  प्राप्त कर अन्य किसानों को भी अपने गांव पडोस में जानकारी दे।

उप कृषि निदेशक श्री राममिलन सिंह परिहार ने कहा कि गांव में खाद्य प्रसंस्करण हेतु उत्पाद बनाने के लिए सभी प्रकार के अनाज, मोटे अनाज एवं सब्जी व फल उपलब्ध है उनके प्रसंस्करण एवं साफ सफाई तथा पैकिंग कर अतिरिक्त आय प्राप्त की जा सकती है फसलों के साथ ही मशरूम उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन इत्यादि की जानकारी किसानों को दी जायेगी जिससे किसानों एवं उनके परिवार के बेरोजगार युवाओं के आय का स्रोत बन सकता है।

भ्रमण कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति के सचिव उमेश चन्द्र शुक्ल ने कहा कि इन भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यकम से संस्थानों के फार्म भ्रमण में कृषि की नई तकनीक प्रत्यक्ष देखने को मिलती है जिसे किसान अपनाकर उत्पादन में वद्धि करने के साथ ही अन्य किसानों के लिए माडल बनते हैं जिसे देखकर अन्य किसान भी अपनाते हैं, इन कृषक भ्रमण कार्यक्रमों से किसानों के उत्साह में भी वृद्धि होती है। भ्रमण दल में शिवप्रताप सिंह, मान सिंह व भानुप्रताप सिंह, भैयालाल तथा रामेश्वर सिंह, सुरेश एवं रामचन्द्र व होरीलाल आदि भ्रमण कर रहे हैं।