डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा बैठक

बहराइच । प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा के लिए शनिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान उपायुक्त उद्योग ने बताया कि योजना अन्तर्गत अकुशल कामगार, महिला, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, बढ़ई, नाई, दर्जी, कुम्हार, लोहार, सोनार, टोकरी बुनकर, राजमिस्त्री, हलवाई, धोबी, मूर्तिकार, पत्थर तराश एवं मोची इत्यादि 18 ट्रेडों में इच्छुक अभ्यर्थियों से आवेदन-पत्र मांगे गये थे। उन्होंने बताया कि अधिकतर अभ्यर्थियों द्वारा टेलरिंग ट्रेड में आवेदन किये गये। जबकि दूसरे ट्रेडों में अभ्यर्थियों द्वारा ज्यादा रूचि नहीं दिखायी गयी है।

इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा निर्देश दिये गये कि टेलरिंग ट्रेड में प्राप्त आवेदन-पत्रों का सत्यापन करा लिया जाय। जबकि शेष ट्रेडों में प्राप्त आवेदन-पत्रों में नियमानुसार तीसरे स्तर के सत्यापन हेतु अग्रसारित कर दिया जाय। डीएम द्वारा खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि योजना का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराकर समस्त ट्रेडों में अधिकाधिक अभ्यर्थियों से आवेदन कराया जाय। जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि अवशेष ग्राम प्रधानों के आईडी को जनरेट कराएं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से प्राप्त होने वाले आवेदन-पत्रों के सत्यापन में कोई समस्या न आये।

बैठक का संचालन उपायुक्त उद्योग केशव राम वर्मा ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर, लीड बैंक प्रबन्धक जितेन्द्र नाथ श्रीवास्वत, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, खण्ड विकास अधिकारी व अन्य अधिकारी तथा समिति के गैर सरकारी सदस्य श्यामकरन टेकड़ीवाल, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, घनश्याम लोधी मौजूद रहे।