मण्डलायुक्त ने की विकास कार्यों की समीक्षा, कहा लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाने हेतु नियमित रूप से करें समीक्षा

आज़मगढ़ : मण्डालयुक्त मनीष चौहान ने कहा है कि जिन विकास कार्यों में जनपदों की रैंकिंग अच्छी नहीं है, उन कार्यों की नियमिति रूप से समीक्षा कर अपेक्षित प्रगति लाई जाये, ताकि जनपदों की रैंकिंग में सुधार हो सके। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मंगलवार को अपने कार्यालय सभागार में मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड के आधार पर विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मण्डलीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन मदों में थोड़ा कार्य अवशेष रह गया है, उन कार्यों में विशेष ध्यान देकर इस माह में अवश्य पूर्ण करा लें ताकि मण्डल एवं जनपद की ग्रेडिंग में सुधार सके। उन्होंने डे एनआरएलएम बैंक क्रेडिट लिंकेज में जनपद आज़मगढ़ एवं मऊ की ग्रेडिंग क्रमशः डी एवं बी में होने पर दोनों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों को इस ओर विशेष ध्यान देकर लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाने का निर्देश दिया। 

समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने विकास कार्यों से सम्बन्धित उन कार्यक्रमों को विशेष रूप से रेखांकित किया जिनमें जनपदों की ग्रेडिंग बी0, सी0, डी0 अथवा उससे निम्न है। उन्होंने प्रधानमन्त्री आवास योजना-ग्रामीण में आज़मगढ़ तथा मुख्यमन्त्री आवास योजना में तीनों जनपदों की ग्रेडिंग कम मिलने पर मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि नियमित समीक्षा कर आगामी बैठक तक अपेक्षित लाना सुनिश्चित करायें। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने गत बैठक में दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद आज़मगढ़ एवं बलिया में दुग्ध मूल्य का भुगतान में हुई अपेक्षित प्रगति पर सन्तोष व्यक्त किया। बताया गया कि दुग्ध मूल्य के भुगतान में जनपद बलिया प्रदेश में प्रथम तथा आज़मगढ़ 5वें स्थान पर है।

मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने जल जीवन मिशन (हर घर जल) योजना के तहत कनेक्शन दिये जाने की स्थिति की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आज़मगढ़ एवं मऊ में कनेक्शन देने की प्रगति काफी धीमी है इस ओर विशेष ध्यान देकर तेजी लाई जाय। जनपद बलिया के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि इस माह में लक्ष्य पूर्ण कर लिया जायेगा। मण्डलायुक्त ने 15वें वित्त आयोग एवं 5वें राज्य वित्त आयोग ग्राम पंचायत की समीक्षा के दौरान पाया कि इन मदों में पर्याप्त धनराशि ग्राम पंचायतों को आवंटित हैं, परन्तु पंचायत स्तर पर उसे व्यय नहीं किया गया है। 

उन्होंने उप निदेशक, पंचायत को निर्देशित किया कि इन मदों में ग्राम पंचायतों में जो धनराशि आवंटित है उससे पंचायतों की आवश्यकता के अनुसार सामग्री क्रय कराई जाय। उन्होंने तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि 10-15 ग्राम पंचायतों का रोस्टर बनाकर बीडओ के माध्यम से पंचायतों में आवंटित धनराशि का उपयोग कराया जाय। इसी प्रकार स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण फेज 2 की समीक्षा में पाया गया कि व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में मण्डल के तीनों जनपद सी ग्रेड में हैं। 

इस सम्बन्ध में मण्डलायुक्त श्री चौहान ने तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि इसकी प्रतिदिन समीक्षा कर लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाना सुनिश्चित करें। बैठक में पीएम पोषण-विद्यालय निरीक्षण, एमडीएम, गोवंश आश्रय स्थल, प्रोजेक्ट अलंकार, सेतुओं का निर्माण, नई सड़कों का निर्माण, सड़कों का अनुरक्षण, कौशल विकास मिशन, ओडीओपी, मुख्यमन्त्री युवा स्वरोजगार योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना आदि की विस्तार से समीक्षा की गयी।

 इस अवसर पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ विशाल भारद्वाज, संयुक्त विकास आयुक्त एमएन पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी आज़मगढ़ संजय कुमार सिंह, मुख्य अभियन्ता विद्युत आशुतोष श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता लोनिवि योगेन्द्र सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं सख्ंया अधिकारी डॉ. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार सहित अन्य मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे, जबकि इस दौरान जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार, जिलाधिकारी बलिया रवीन्द्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी मऊ व बलिया क्रमशः प्रशान्त नागर व ओजस्वी राज तथा अधीक्षण अभियन्ता, जल निगम मऊ द्वारा ऑनलाइन रहकर जनपदों की प्रगति के सम्बन्ध में वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया।