नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को भारत के 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस दौरान अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया है और देशवासियों को शुभकामनाएं दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस अध्यक्ष ने एक वीडियो पोस्ट शेयर किया, जिसमें न्याय, समानता, भाईचारा, स्वतंत्रता, भाईचारा, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद को भारत के मूलभूत स्तंभों के रूप में जोर दिया गया।
खरगे ने कहा, "मैं 75वें गणतंत्र दिवस पर आपको शुभकामनाएं देता हूं। इसी दिन 74 साल पहले 1950 में हमारा संविधान लागू हुआ था और हम सामंतवाद और उपनिवेशवाद की जंजीरों को तोड़कर एक गणतंत्र बने थे।" उन्होंने कहा कि संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को सुनिश्चित किए गए मौलिक अधिकार, सामाजिक न्याय और राजनीतिक अधिकारों के स्तंभों पर हमला हो रहा है।
उन्होंने कहा, "हमारा संविधान हमारी भारतीय सभ्यता के मूल्यों पर आधारित था, जो न्याय, गरिमा, समता, और समानता हैं। यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन हमारे देश की नींव है। न्याय, समानता, बंधुत्व, स्वतंत्रता, भाईचारा, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद भारत के मूलभूत स्तंभ हैं। संविधान ने प्रत्येक नागरिक के लिए मौलिक अधिकार, सामाजिक न्याय और राजनीतिक अधिकार सुनिश्चित किए गए हैं। आज, इन स्तंभों पर सरकार द्वारा ही हमला किया जा रहा है।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमारे संविधान के निर्माता पंडित नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर, सरदार पटेल, बाबू राजेंद्र प्रसाद, मौलाना आजाद और संविधान सभा के अन्य दिग्गजों ने कल्पना नहीं की होगी कि संविधान को ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संविधान, लोकतंत्र और न्याय की रक्षा के लिए लड़ने का संकल्प लिया है।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने कहा, "आज, संविधान द्वारा प्रत्येक भारतीय को दिए गए मौलिक और बुनियादी अधिकारों पर धीरे-धीरे अतिक्रमण किया जा रहा है और उन्हें खत्म किया जा रहा है। हम, भारत के लोग जिन्होंने हमें यह संविधान दिया, उनमें दलित, आदिवासी, महिलाएं, किसान और मजदूर शामिल हैं, उन्हें सरकार के हमले का सामना करना पड़ रहा है, जो ध्यान भटकाने और नागरिकों से सच्चाई छुपाने के लिए भावनात्मक मुद्दों का इस्तेमाल कर रही है।"
पांच मिनट के अपने वीडियो में खरगे ने कहा, "न्याय के पांच स्तंभ, युवा न्याय, भागीदारी न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय और श्रम न्याय सभी को सशक्त बनाएंगे और उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे। आज गणतंत्र दिवस पर, आइए हम सब एक साथ आएं और प्रतिज्ञा करें और न्याय के इस मिशन में शामिल हों, तभी हम अपने युवाओं का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे। ये हमारे संविधान की जीत होगी। ये भारत की जीत होगी। एक बार फिर गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं। जय हिंद!"