51 वर्ष बाद पहला अमेरिकी चंद्र लैंडर चंद्रमा की ओर रवाना, सेवाएं देने को बेसब्र हो रहीं निजी कंपनियां

लॉस एंजलिस : पचास से अधिक वर्षों में पहला अमेरिकी चंद्र लैंडर सोमवार को चंद्रमा की ओर रवाना हुआ, जिससे नासा और अन्य ग्राहकों के लिए सेवाएं वाली निजी कंपनियां अंतरिक्ष की दौड़ में शामिल हो गई हैं। एस्ट्रोबोटिक टेक्नोलॉजी, पिट्सबर्ग कंपनी का लैंडर ‘यूनाइटेड लॉन्च अलायंस के बिलकुल नए रॉकेट ‘वल्कन पर सवार हुआ। 

लैंडर 23 फरवरी को चंद्रमा की सतह पर उतरने का प्रयास करेगा। पिट्सबर्ग की कंपनी का लक्ष्य चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला निजी उद्यम बनने का है, जिसे केवल चार देशों ने पूरा किया है। लेकिन ह्यूस्टन की एक कंपनी के पास भी एक लैंडर है जो उड़ान भरने के लिए तैयार है और वह अधिक सीधा रास्ता अपनाते हुए इसे चंद्रमा की सतह तक ले जा सकती है। 

नासा ने दोनों कंपनियों को अपने स्वयं के चंद्र लैंडर बनाने और उड़ाने के लिए लाखों रुपये दिए हैं। अंतरिक्ष एजेंसी चाहती है कि निजी स्वामित्व वाले लैंडर नासा की तकनीक और विज्ञान प्रयोगों के साथ-साथ अन्य ग्राहकों के लिए अंतरिक्ष यात्रियों के आने से पहले उस स्थान का दायरा बढ़ा दें। अमेरिका ने पिछली बार चंद्र मिशन दिसंबर 1972 में भेजा था। अपोलो 17 के जीन सर्नन और हैरिसन श्मिट चंद्रमा पर चलने वाले 11वें और 12वें व्यक्ति बन गए थे।