IND vs SA Playing-11: भारत और द. अफ्रीका के बीच दूसरा टी20, गिल, ऋतुराज और यशस्वी में से किसे मिलेगा ओपनिंग का मौका

भारत टी20 में दक्षिण अफ्रीका के हाथों बीते पांच वर्षों से कोई सीरीज नहीं हारा है। तीन मैचों की सीरीज का पहला मैच बारिश से धुल चुका है और अब सिर्फ दो मैच बचे हैं। भारत के सामने सिर्फ सीरीज जीतने की ही चुनौती नहीं है, बल्कि अगले साल वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले उसे सिर्फ पांच टी20 मैच खेलने हैं। 

इन्हीं पांच टी20 के दम पर भारत को विश्व कप के लिए अपनी टीम चुननी है। द. अफ्रीका दौरे के लिए चयनकर्ताओं ने कई नए क्रिकेटरों को मौका दिया है, लेकिन पहला मैच धुलने के बाद यह तय हो गया है कि 17 सदस्यीय टीम में से सभी को आजमाने का मौका नहीं मिल पाएगा। भारत 2018 में अंतिम बार द. अफ्रीका से टी-20 सीरीज खेला था। तीन मैचों की इस सीरीज में भारत को 2-1 से जीत मिली थी।

डरबन में बारिश के कारण दोनों कप्तान सूर्यकुमार यादव और एडेन मार्करम टॉस के लिए भी नहीं उतर सके थे। पहले पोर्ट एलिजाबेथ के नाम से विख्यात गकेबरहा के सेंट जॉर्जेस पार्क में भी हालात अच्छे नहीं हैं। यहां भी मंगलवार को बारिश की संभावना जताई जा रही है। भारत को इन दो टी20 के बाद अगले माह अफगानिस्तान के खिलाफ तीन टी20 मैच खेलने हैं। इसके बाद आईपीएल बचता है। कप्तान सूर्यकुमार भी कह चुके हैं कि अंतरराष्ट्रीय टी20 ज्यादा नहीं होने के कारण आईपीएल विश्व कप की टीम के चयन के लिए बड़ा आधार रहना चाहिए।

छह माह बाद होने वाले विश्व कप के लिए अभी तक के प्रदर्शन के आधार पर सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह को बल्लेबाजी में टीम का पक्का दावेदार माना जा सकता है। शुभमन गिल विश्व कप के बाद से नहीं खेले हैं। यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रन बनाए हैं, लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी20 विश्व कप में उपलब्ध होने पर इन दोनों बल्लेबाजों को आईपीएल में अपना दावा पेश करने के लिए असाधारण प्रदर्शन करना होगा।

वैसे विश्व कप से पहले भारतीय दल के टी20 कार्यक्रम निर्धारण पर सवालिया निशान लग गए हैं। रिंकू की तरह जितेश शर्मा को भी फिनिशर के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन उन्हें अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए मैच चाहिए हैं। उन्हें उम्मीद होगी कि अगले दो मैचों में उन्हें मौका मिलना चाहिए।

द. अफ्रीका की पिचों पर अतिरिक्त उछाल जहां युवा भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा लेगा। यह देखना दिलचस्प होगा की भारतीय टीम मैनेजमेंट शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल में से किसे ओपनिंग के लिए भेजता है। ज्यादा संभावना यह है कि ऋतु और यशस्वी ओपनिंग करना जारी रखें, जबकि शुभमन को विराट कोहली का दायित्व यानी नंबर तीन पर खेलने का मौका मिले। हालांकि, तीनों के खेलने से मध्यक्रम में किसी एक को हटाना पड़ेगा। श्रेयस अय्यर, रिंकू और कप्तान सूर्या का खेलना तय है। जितेश कुमार विकेटकीपर का जिम्मा संभालते दिख सकते हैं।

ऐसे में ऋतु, यशस्वी और शुभमन तीनों का एकसाथ खेलना लगभग नामुमकिन है। शुभमन या ऋतुराज में से किसी एक को खेलने का मौका मिल सकता है, जो कि यशस्वी के साथ ओपनिंग कर सकता है। यशस्वी में शुरुआत में ही किसी भी गेंदबाज के लाइन-लेंथ को बिगाड़ने की क्षमता है। गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह विश्व कप टीम में चुने जाने के बड़े दावेदार हैं। बुमराह विश्व कप के बाद से नहीं खेल रहे हैं। दीपक चाहर अपने बीमार पिता की देखभाल के लिए अभी भारत में ही हैं। कुलदीप यादव और रवि बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रभावित किया। अब उनके साथ इस सीरीज में रविंद्र जडेजा भी जुड़ गए हैं।

सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि मेजबान द. अफ्रीका के लिए भी यह सीरीज काफी महत्वपूर्ण है। भारत की तरह द. अफ्रीका को भी विश्व कप से पहले सिर्फ पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने हैं। उनके पास भी विश्व कप टीम के चयन के लिए कम मैचों के विकल्प हैं। मार्को यानसेन और गेराल्ड कोएट्जी को पहले दो मैचों के लिए टीम में शामिल किया गया था। अब ये दोनों सिर्फ मंगलवार के मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे। द. अफ्रीका को भी इस सीरीज के लिए ओट्नील बार्टमैन, मैथ्य ब्रीट्जके, नांद्रे बर्गर जैसे क्रिकेटरों को आजमाना है।

दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11

भारत: यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल/ऋतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), रिंकू सिंह, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, मुकेश कुमार, कुलदीप यादव/रवि बिश्नोई, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह।

दक्षिण अफ्रीका: रीजा हेंड्रिक्स, 2 मैथ्यू ब्रीट्जके, एडेन मार्करम (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स/हेनरिक क्लासेन (विकेटकीपर), डेविड मिलर, डोनोवन फरेरा, मार्को यानसेन/एंडिले फेहलुकवायो, केशव महाराज, गेराल्ड कोएट्जी , नंद्रे बर्गर, तबरेज शम्सी।