IND vs SA Playing-11: भारत के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला, जीतने पर 1-1 से सीरीज बराबर करने में कामयाब हो जाएंगे

भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका पर टी20 में पिछले पांच वर्षों से चला आ रहा वर्चस्व खतरे में है। दूसरा टी20 हारने के बाद 0-1 से पिछड़ी भारतीय टीम के सामने गुरुवार को तीसरा और अंतिम मैच जीतना जरूरी है। इस मैच को जीतने पर भारत 1-1 से सीरीज बराबर करने में कामयाब हो जाएगा। अगर उसके हिस्से में हार आई तो टी20 में आठ साल बाद उसे दक्षिण अफ्रीका के हाथों हार मिलेगी। दक्षिण अफ्रीका अंतिम बार 2015-16 में भारत में हुई टी20 सीरीज 2-0 से जीता था। भारत अब तक द. अफ्रीका में एक भी तीन मैचों की टी20 सीरीज नहीं हारा है।

गकेबरहा के सेंट जॉर्जेस पार्क स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी20 में भारतीय गेंदबाजों का दयनीय प्रदर्शन रहा। अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। दोनों ने 15.50 और 11.33 रन प्रति ओवर की इकोनॉमी से रन दिए। पिता के अस्वस्थ होने के चलते नहीं खेल रहे दीपक चाहर की कमी खली।

अर्शदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम टी-20 में शानदार अंतिम ओवर फेंका था, लेकिन उनमें निरंतरता की कमी रही है। एक साल चार महीने बाद अंतरराष्ट्रीय टी20 खेल रहे रवींद्र जडेजा भी दूसरे टी20 में उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। उन्हें भी अंतिम मैच में अच्छी फॉर्म हासिल करनी होगी। मुकेश को अपनी गति और बढ़ाने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने चार विकेट जरूर लिए, लेकिन 9.12 रन प्रति ओवर भी दिए।

ओपनर यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल दूसरे मैच में पिच के उछाल से तारतम्य नहीं बिठा पाए। दोनों बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट हुए। भारत को अगर सीरीज बराबर करनी है तो ओपनिंग जोड़ी का चलना जरूरी है। ऋतुराज गायकवाड़ बीमार हैं। अगर वह ठीक होते हैं तो उन्हें ओपनिंग में मौका दिया जा सकता है। इसके अलावा जितेश की जगह बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन खेल सकते हैं। वहीं, तिलक की जगह श्रेयस अय्यर और कुलदीप की जगह रवि बिश्नोई को मौका दिया जा सकता है।

अच्छी बात यह है कि भारत का क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में इस मैदान पर प्रदर्शन अच्छा रहा है। भारत ने इस मैदान पर चार टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उसे तीन में जीत मिली है और एक में हार का सामना करना पड़ा है। दोनों ही टीमों के पास इसके बाद विश्व कप की तैयारियों के लिए सिर्फ चार टी20 शेष हैं।

दूसरे टी20 में सकारात्मक पक्ष रिंकू सिंह और कप्तान सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी रही। दोनों बल्लेबाजों ने 68 और 56 रन की पारियां खेलीं। रिंकू सिंह का यह टी20 अंतरराष्ट्रीय में पहला अर्धशतक रहा। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टी-20 विश्व कप के लिए फिनिशर के तौर पर मजबूती से दावा ठोक दिया है। रिंकू ने तो दूसर मैच में इतना बड़ा छक्का लगाया कि उसने मीडिया बॉक्स के शीशे को भी तोड़ दिया।

भारत जब तीसरे मैच में खेलने उतरेगा तो उसे दक्षिण अफ्रीका थोड़ा मनोवैज्ञानिक लाभ भी मिलेगा। दक्षिण अफ्रीका के तीन मुख्य तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी, मार्को यानसेन और लुंगी एनगिडी (चोटिल) इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। कोएट्जी और यानसेन टेस्ट मैच की तैयारियों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने जा रहे हैं। द. अफ्रीका के लिए कप्तान ऐडिन मार्करम ने शानदार आलराउंड प्रदर्शन किया। रीजा हेंड्रिक्स और मैथ्यु ब्रीट्जके ने भारतीय तेज गेंदबाजों को पटरी से उतार दिया।

दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11

भारत: यशस्वी जयसवाल, ऋतुराज गायकवाड़/शुभमन गिल, तिलक वर्मा/श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), रिंकू सिंह, जितेश शर्मा/ईशान किशन (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव/रवि बिश्नोई, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार।

दक्षिण अफ्रीका: रीजा हेंड्रिक्स, मैथ्यू ब्रीट्जके, एडेन मार्कम (कप्तान), हेनरिक क्लासेन (विकेटकीपर), डेविड मिलर, ट्रिस्टन स्टब्स, डोनोवन फरेरा, एंडिले फेहलुकवायो, लिजाड विलियम्स, ओटनील बार्टमैन/नंद्रे बर्गर, तबरेज शम्सी।