थानाध्यक्ष भरतपुर के पून: भरतकूप प्रभारी बनाए जाने पर बौखलाए पूर्व सांसद

पत्रकार समाज कल्याण के जिलाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक चित्रकूट की जांच प्रक्रिया को ठहराया जायज

चित्रकूट भरतकूप : आपको बता दें कि पूर्व उसमें भारत क्षेत्र में विशाखा सेन अविष्कार पियो एवं ट्रक की भिड़ंत में दो लोगों की मौके पर मौत की मामले में पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री के द्वारा पोस्टमार्टम हाउस में 2 दिनों तक किए गए हंगामे की फलस्वरुप भारतकूप थाना प्रभारी को शिव कार्यालय संबद्ध किया गया एवं हाल का इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया था जिसकी निष्पक्ष जांच पुलिस अधीक्षक चित्रकूट वृंदा शुक्ला के द्वारा की गई | 

जिसमें प्रभारी भारतकूप को को निर्दोष पाते हुए उन्हें पुन्हा भरतकूप का प्रभारी बनाया गया एवं हल्का इंचार्ज को राजापुर शिफ्ट कर दिया गया है जिससे नाराज पूर्व सांसद एवं मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर पुलिस अधीक्षक की जांच पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि हम सूबे के मुख्यमंत्री से मिलेंगे उनसे बात करेंगे एवं दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा |

आपको बता दें कि पत्रकार समाज कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष रामचंद्र तिवारी ने पुलिस के ऊपर लगाए जा रहे आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि निर्दोष पुलिसकर्मी ऊपर नाहक ही राजनेता आरोप लगा रहे हैं इस प्रकार से निर्दोष पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही नहीं की जानी चाहिए | 

जिलाध्यक्ष ने खाना प्रभारी भारतकूफ के विषय पर खबर भी प्रकाशित की थी, हुआ भी उसी के अनुसार पुलिस अधीक्षक के द्वारा जांच में प्रभारी भरतकूप दोष मुक्त पाए गए जिसका रामचंद्र तिवारी जिलाध्यक्ष ने स्वागत करते हुए कहा कि जिले की पुलिस अधीक्षक एक कर्मठ एवं कर्तव्य निष्ठ पुलिस अधीक्षक है वह जो भी फैसला लेती है बड़े ही सूझ-बूझ एवं सबूतों के आधार पर लेती है | अब देखना यह होगा कि क्या पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री के द्वारा जो घटना चक्र बनाया जा रहा है उसका क्या निष्कर्ष होता है।