दिसंबर और जनवरी पास-पास हैं,
फिर साल भर की दूरी अनोखी बात है,
है क्या समीकरण यह बताओ तो जरा,
एक होता खत्म, दूसरे की शुरूआत हैं,
कोई करें एंडिंग कोई करें ओपनिंग दोनों
ओर की पार्टी में सबके मन के जज्बात हैं,
चिल मारों इधर व चिल मारों उधर सर्दी में
दारू - पव्वों की बरस रही भरपूर सौगात है,
जाओगे हवालात गर धूम मचाओगे ज्यादा,
लिमिट में रहोगे तो पूरा एंजाॅय करो भायां,
दिसंबर और जनवरी पास-पास हैं,
फिर साल भर की दूरी अनोखी बात है,
एंडिंग भी होगा, ओपनिंग भी होगा और
जोरदार इसके लिए फंडिंग भी होगा,
सब मौज करेंगे, मस्ती करेंगे, धूम मचेगी,
धींगामस्ती करेंगे, एंजॉय करेंगे, हां-हां-हां !
एंजॉय करेंगे....!
मदन वर्मा " माणिक "
इंदौर, मध्यप्रदेश
मो. 6264366070