मथुरा। श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने ऐलान किया है कि यदि ईदगाह कमेटी न्यायालय के बाहर समझौता करना चाहती है तो हम उसको 10 एकड़ जमीन में मेवात में देने को तैयार हैं, उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में एक आवाज उठ रही है कि न्यायालय के बाहर भी समझौता हो सकता है, उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिम समाज भाईचारा निभाना चाहता है तो हम भी भाईचारे के नाते उसको 10 एकड़ जमीन विवाद में देने को तैयार है।
हम ब्रजभूमि में कोई भी नई मस्जिद नहीं बनने देंगे। श्री कृष्ण जन्मभूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के मुख्य वादी दिनेश शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से यह खबरें आ रही है कि ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष जेड हसन ने कहा है कि न्यायालय के बाहर भी समझौता हो सकता है तो हम भी समझौता के लिए तैयार हैं। दिनेश शर्मा ने बताया कि मुस्लिम समाज के पास कोई भी साक्ष्य मौजूद नहीं है जिससे वह यह साबित कर सके कि ईदगाह मस्जिद पहले बनी थी।
मन्दिर बाद में बना हो,और उनके पास यह भी सबूत नहीं है की मस्जिद के लिए उन्होंने जमीन खरीदी थी।हिंदुओं के मठ मंदिरों पर मुगल शासको ने अवैध कब्जे किए। हिंदू समाज हमेशा से न्यायालय पर विश्वास करता आ रहा है। वहीं दिनेश शर्मा ने एक संकल्प ले रखा है कि जब तक मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से ईदगाह मस्जिद नहीं हटेगी तब तक वह नंगे पैर रहेंगे और अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। उच्चतम न्यायालय के सर्वे ऑर्डर का स्वागत करते हैं।