भारत के खाद्य तेल आयात में आई भारी कमी, डीलरों ने बताई वजह

नयी दिल्ली : भारत का खाद्य तेल का आयात अक्टूबर में गिरकर 16 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। डीलरों ने कहा कि ज्यादा स्टॉक होने के कारण रिफाइनरों ने पाम ऑयल, सोया तेल और सूरजमुखी के तेल के आयात में कटौती कर दी है। विश्व के सबसे बड़े तेल आयातक द्वारा खाद्य तेल की खरीद घटाने से प्रमुख उत्पादकों इंडोनेशिया और मलेशिया के पाम ऑयल का स्टॉक बढ़ सकता है और इससे बेंचमार्क फ्यूचर्स पर दबाव बढ़ने की संभावना है। इसका दबाव अमेरिकी सोया तेल फ्यूचर्स और सूरजमुखी के तेल पर भी पड़ सकता है।

डीलरों के औसत अनुमानों से पता चलता है कि भारत के कुल खाद्य तेल का आयात अक्टूबर महीने में 10 लाख टन कम हुआ है जो एक महीने पहले की तुलना में 33 प्रतिशत कम है और यह जून 2022 के बाद का सबसे निचला स्तर है। माह के दौरान पाम ऑयल का आयात 14 प्रतिशत गिरकर 7,15,000 टन रह गया है, जो 4 माह का निचला स्तर है। 

आक्रामक खरीद की वजह से जुलाई से सितंबर के दौरान भारत का खाद्य तेल आयात 50 लाख टन रहा है। खाद्य तेल ट्रेडर और ब्रोकर जीजीएन रिसर्च के मैनेजिंग पार्टनर राजेश पटेल ने कहा कि आयात की तुलना में पर्याप्त मांग नहीं थी, जिसके कारण पूरे आयात की खपत हो सके। उन्होंने कहा कि ज्यादा आयात के कारण स्टॉक बढ़ा, जिसकी वजह से रिफाइनरों को आयात घटाना पड़ा है। 

व्यापार संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) ने कहा कि खाद्य तेल का घरेलू आयात 1 अक्टूबर को बढ़कर 36 लाख टन हो गया, जो एक साल पहले 26 लाख टन था। एसईए नवंबर के मध्य तक अक्टूबर में हुए आयात के आंकड़े जारी कर सकता है। सोया तेल का आयात अक्टूबर महीने में एक माह पहले की तुलना में 63 प्रतिशत गिरकर 1,34,000 टन हो गया है।

 डीलरों का अनुमान है कि यह जनवरी 2021 के बाद आयात का निचला स्तर है। सूरजमुखी के तेल का आयात 47 प्रतिशत गिरकर 1,50,000 टन रह गया है, जो 7 महीने का निचला स्तर है। खाद्य तेल ब्रोकरेज सनविन ग्रुप के सीईओ संदीप बाजोरिया ने कहा कि गर्मी में बोई गई तिलहन फसलों की आक बाजार में होने लगी है, जिसके कारण खाद्य तेल के आयात की जरूरत घटी है। 

भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से पाम ऑयल का आयात करता है, जबकि सोयाबीन और सूरजमुखी तेल का आयात अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस और यूक्रेन से करता है। 31 अक्टूबर को समाप्त 2022-23 विपणन वर्ष में भारत के खाद्य तेल का आयात एक साल पहले की तुलना में 17 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 165 लाख टन हो गया। डीलरों ने कहा कि नवंबर से जनवरी और जुलाई से सितंबर के दौरान खरीद बढ़ने से ऐसा हुआ है।