ऑस्‍ट्रेलिया के गारेथ मोर्गन ने वनडे मैच के आखिरी ओवर में छह गेंदों में छह विकेट लेकर शानदार उपलब्धि हासिल की, पलट दिया क्रिकेट का इतिहास

नई दिल्‍ली। क्रिकेट जगत में इस समय वर्ल्‍ड कप 2023 की खुमारी छाई हुई है। भारत की मेजबानी में आयोजित हो रहे वर्ल्‍ड कप का लीग चरण समाप्‍त हो चुका है और अब वो नॉकआउट चरण की तरफ बढ़ चुका है। भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच बुधवार को मुंबई के वानखेड़े स्‍टेडियम पर वर्ल्‍ड कप 2023 का पहला सेमीफाइनल खेला जाएगा।

 बहरहाल, वर्ल्‍ड कप के बीच एक ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेटर ने क्रिकेट जगत का ध्‍यान अपनी ओर खींचा है।

ऑस्‍ट्रेलिया के क्‍लब क्रिकेटर गारेथ मोर्गन ने वनडे मैच के आखिरी ओवर में छह गेंदों में छह विकेट लेकर शानदार उपलब्धि हासिल की। इस प्रदर्शन के बल पर मोर्गन ने अपनी टीम को जीत दिलाई। गोल्‍ड कोस्‍ट प्रीमियर लीग डिवीजन 3 में मुदगीराबा के कप्‍तान गारेथ मोर्गन ने आखिरी ओवर में बाजी पलट दी।

बता दें कि सर्फर्स पैराडाइज को आखिरी ओवर में जीत के लिए 5 रन की दरकार थी, जबकि उसके छह विकेट शेष थे। मोर्गन ने तब बोल्‍ड फैसला लिया और आखिरी ओवर खुद करने की ठानी। फिर जो हुआ, वो किसी कल्‍पना से कम नहीं। मोर्गन ने पहली गेंद पर ओपनर जैक गारलैंड (65) को आउट किया और फिर अगले पांच बल्‍लेबाजों को गोल्‍डन डक पर आउट किया।

मोर्गन ने दुर्लभ उपलब्धि पर अंपायर की कही हुई बात याद की। मोर्गन ने कहा, ''यह मजेदार बात है कि अंपायर ने मुझे पहले कहा था कि आपको मैच जीतने के लिए हैट्रिक या कुछ और कमाल करने की जरुरत है। जब ऐसा हुआ तो उनकी मेरी तरफ नजर सब बयां कर रही थी।''

गोल्‍ड कोस्‍ट बुलेटिन और नेशनल प्रसारणकर्ता एबीसी से बातचीत में मोर्गन ने उत्‍साह जाहिर करते हुए कहा, ''यह अद्भुत है। मुझे याद है कि हैट्रिक लेने के बाद मैंने सोचा कि मैच नहीं हारना है। फिर सबकुछ मजेदार होता चला गया। जब मैंने आखिरी गेंद पर जाकर स्‍टंप्‍स देखे तो यकीन नहीं हुआ क्‍योंकि पहले कभी ऐसा कुछ देखा नहीं था।''

मोर्गन की पहली चार गेंदों में बल्‍लेबाज कैच आउट हुए। आखिरी दो बल्‍लेबाज बोल्‍ड हुए। पेशेवर क्रिकेट में भी इस उपलब्धि का कोई सानी नहीं है। पेशेवर क्रिकेट में एक ओवर में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड 5 विकेट है। यह उपलब्धि न्‍यूजीलैंड के नील वेगनर (2011), बांग्‍लादेश के अल-अमीन हुसैन (2013) और भारत के अभिमन्‍यु मिथुन (2019) के नाम दर्ज है। इसकी जानकारी एबीसी ने दी।

गारेथ मोर्गन की उपलब्धि ने दर्शा दिया कि क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, यहां हर प्रेडिक्‍शन फेल है। गारेथ मोर्गन की उपलब्धि के बाद इस बात की बेसब्री बढ़ चुकी है कि अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में ऐसा कारनामा कब देखने को मिलेगा?