खाद्यान्न वितरण में कोटेदार पर धांधली कर गरीबों का राशन हड़प करने का लगाया जा रहा आरोप : ग्रामीण

महमूदाबाद , सीतापुर। जनपद सीतापुर की तहसील महमूदाबाद के विकासखंड रामपुर मथुरा के ग्राम समदा के कोटेदार राशन वितरण में धांधली कर रहे हैं जहां प्रत्येक राशन कार्ड पर 2 से 3 किलो कम तौल माप कर रहे हैं । तो वहीं अक्टूबर माह का पूरा गल्ला ही हड़प कर लिया गया ।

 ऐसा आरोप ग्रामीणों ने द्वारा लगाया जा रहा है। और वहीं ग्रामवासियों ने कोटेदार के विरुद्ध कार्यवाही कराए जाने की मांग कर रहे है। और एक तरफ जहां भारत की केंद्र व प्रदेश सरकार फ्री राशन देकर गरीबों की भूख को मिटा रही है । वही तहसील महमूदाबाद के विकासखंड रामपुर मथुरा के ग्राम पंचायत समदा के कोटेदार गरीबों का राशन खाकर अपना पेट भर रहे हैं । 

लेकिन जिम्मेदार पूरी तरह से मौन है । समदा के कोटेदार दिलीप वर्मा मनमाने तरीके से खाद्यान्न वितरण करते हैं उनका जब मन होता है तब वह खाद्यान्न वितरण करते हैं जब मन करता है तब हड़प लेते हैं यह कहना है ग्राम पंचायत के मजरा रसूलपनाह, बल्लीपुर तथा नजरअलीपुरवा के निवासियों के द्वारा लगाया गया। ग्राम वासियों ने कोटेदार से तंग आकर जब उनकी शिकायत की तब किसी भी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के द्वारा नहीं सुना गया। 

उक्त मामले की लेकर जब किसी अधिकारी ने उनकी समस्या को नहीं सुना तब यह लोग अपने पास के  समीप स्थिति जिला बाराबंकी के ग्राम सौरंगा में कोटेदार से राशन लेने लगे । या तो मीरानगर ग्राम में राशन लेने लगे। लेकिन कोटेदार ने अपना मनमाना तरीका नहीं बदला ।और माह अक्टूबर का घर-घर जाकर मशीन पर अंगूठा तो लगवा लिया । राशन कार्ड पर तारीख भी चढ़ा दिया। लेकिन जब ग्राम वासियों ने कोटेदार से राशन मांगा तो उसने कहा कि राशन आया ही नहीं है तो हम कैसे दे दें । 

यदि राशन आया नहीं तो आखिर अंगूठा क्यों लगवाया गया। यह जांच का विषय है वैसे ग्रामीणों में काफी रोस व्याप्त है उनका कहना है कि कोटेदार दो-तीन किलो प्रतिमाह तो राशन काम तौलता ही तोलता है बल्कि कभी-कभी पूरे माह का राशन ही हड़प लेता है । कई बार इस कोटेदार की शिकायत की गई लेकिन ना तो कोई अधिकारी कार्यवाही करता है ना ही कोई सुनवाई करता है। हम जब इसकी शिकायत करते हैं तब कार्रवाई के नाम पर पूछताछ के बाद खानापूर्ति हो जाती है। मौके पर जांच नहीं होती है।

जबकि आलम यह है की हर एक कार्ड धारक को 2 किलो से 3किलो के  हिसाब से राशन कम दिया जा रहा है। कई लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि राशन तो कम मिलता ही है। इसकी शिकायत अगर कर देते हैं तो हमें परेशान किया जाता है।