पाकिस्तान से लौट रहे अफगान नागरिक कर रहे दयनीय स्थिति का सामना

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सुरक्षाबल संबंधित दस्तावेज न रखने वाले या अपंजीकृत विदेशियों को हिरासत में ले रहे हैं और उन्हें उनके देश वापस भेज रहे हैं। इस बीच, प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों ने कहा कि पाकिस्तान से लौट रहे अफगान नागरिकों को दयनीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अवैध प्रवास को लेकर की जा रही कार्रवाई का असर अफगान नागरिकों पर ज्यादा पड़ा है क्योंकि वे पाकिस्तान में रह रहे विदेशियों में संख्या के मामले में सबसे अधिक हैं। 

हालांकि, सरकार का कहना है कि वह अवैध रूप से देश में रहने वाले सभी लोगों को निशाना बना रही है। एजेंसियों ने एक बयान में कहा, ष्वे गंभीर स्थितियों में अफगानिस्तान पहुंच रहे हैं। अनेक लोगों को कई दिन तक कठिन यात्रा करनी पड़ रही है और वाहनों में यात्रा करने के बदले अपना सामान छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। पाकिस्तान से प्रतिदिन 9,000 से 10,000 अफगान नागरिक सीमा पार कर रहे हैं।

 एजेंसियों के अनुसार, पहले यह आंकड़ा प्रति दिन लगभग 300 था। स्वदेश लौट रहे अफगानों के पास ऐसी कोई जगह नहीं है जहां जाकर वे रह सकें।एजेंसियों ने कहा कि उन्हें प्राकृतिक आपदाओं, दशकों के युद्ध, संघर्षरत अर्थव्यवस्था, आंतरिक रूप से लाखों लोगों के विस्थापन और मानवीय संकट से जूझ रहे देश में लोगों के अस्तित्व तथा पुन सही-सलामत बसने को लेकर आशंकाएं हैं। 

अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय बचाव समिति की निदेशक सलमा बेन आइसा ने कहा कि लौटने वालों को अंधकारमय भविष्य का सामना करना पड़ सकता है, खासकर तब जब वे दशकों से पाकिस्तान में रह रहे थे। तालिबान अधिकारियों ने सीमावर्ती इलाकों में अफगान नागरिकों के लिए अस्थायी शिविर तैयार किए हैं।