गजानन घर आ जाओ
हम तुम्हें बुलाते हैं।
हम तेरे ही गुण गाते ।
देवता तुम सा ना दूजा कोई,
अभी मैंने तुमको पूजानहीं ,
मनोकामना सब की पूरी तुम करते ।
शीघ्र प्रसन्न हो झोलियां तुम भरते।
सुबुद्धि के दाता ,कुबुद्धि को हरते।
गोरी के लाल पधारो आज।
मुसीबत का कोई कितना हो मारा,
न संभला संभालो तुम उसको आज ,
गोरी के लाल पधारो तुम आज।
हे गजानन घर आ जाओ
रिद्धि सिद्धि साथ ले आओ।
कर दो सबको निहाल ।
सबकी सुन लो तुम फरियाद ,
नर्म हृदय तुमसा ना कोई ।
ह्रदय में बसे दूजा ना कोई ,
गोरी के लाल पधारो आज
हे गणपति पधारो आज।
एकदंत तुम कृपा दिखाओ ।
मोदक का तुम भोग लगाओ
सब भक्तों की पीर मिटाओओ
गोरी के लाल पधारो आज।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा