मूडीज ने भारत की उम्मीदों को दिया झटका

नई दिल्ली : मूडीज ने भारत की उम्मीदों को झटका दिया है। संस्था ने अनुमान लगाया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2022 में 7.7 प्रतिशत और 2023 में 5.2 प्रतिशत की तेजी के साथ आगे बढ़ेगी। जीडीपी अनुमान में लगातार गिरावट भारत के लिए अच्छे संकेत नही हैं। बता दें, बुधवार को सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से जून के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था 13.5 प्रतिशत की रफ्तार से आगे बढ़ी थी। देश के अलग-अलग इकोनॉमिस्ट के अनुसार बढ़ती महंगाई और वैश्विक स्तर विकास की गति धीमी पड़ने का बुरा असर भारत पर भी दिखेगा। आने वाली तिमाही में जीडीपी की रफ्तार स्लो रह सकती है। बता दें, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मंहगाई को नियंत्रित करने के लिए मई से अबतक रेपो रेट में 140 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। 

आखिरी बार ब्याज दरों में इजाफा 50 बेसिस प्वाइंट का किया गया था।

मूडीज ने कंमेंट करते हुए लिखा,‘जुलाई में मंहगाई दर गिरावट के बाद भी 6.7 प्रतशित थी। जोकि सेंट्रल बैंक के टारगेट रेंज 2 प्रतिशत से 6 प्रतिशत से अधिक है। यह लगातार सातवां महीना है जब महंगाई दर 6 प्रतिशत से अधिक बना हुआ है। रिजर्व बैंक के अनुमान के मुताबिक 2023 में महंगाई दर 5.8 प्रतिशत के बीच रहेगा। जनवरी से मार्च के बीच 5.8 प्रतिशत और अप्रैल से मई के बीच 5 प्रतिशत महंगाई कर रहने की उम्मीद है। वहीं आरबीआई की तरफ से रेपो रेट को अगस्त में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया गया है। ऐसे में उम्मीद कम है कि इस साल केंद्रीय बैंक की तरफ से कोई राहत दी जाएगी।’

Goldman Sachs ने भी भारत के जीडीपी अनुमान को घटाया है। 2022 के लिए Goldman Sachs का अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 7.6 प्रतिशत की बजाए 7 प्रतिशत की रफ्तार से आगे बढ़ेगी। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष के लिए नया अनुमान 7.2 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है।