राजपथ अंग्रेजों का दिया नहीं, नाम बदलने की क्या जरूरत थी: मलिक

मेघालय के राज्यपाल का पीएम पर फिर निशाना, राहुल गांधी की तारीफ

रोहतक : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजपथ का नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि यह कोई अंग्रेजों का दिया हुआ नाम नहीं था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं, तो उन्होंने इसका भी कर दिया। किसानों का मुद्दा उठाते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि ‘ये किसान कौम है, जो 300 साल तक कुछ नहीं भूलती, अभी एमएसपी कानून दे दीजिए, वरना एक बार फिर आंदोलन होगा। शुक्रवार को रोहतक पहुंचे राज्यपाल मलिक ने नांदल भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।

 कार्यक्रम में काफी संख्या में खाप पदाधिकारियों ने भी शिरकत की। सत्यपाल मलिक ने कहा कि एमएसपी की बात नहीं मानी गयी तो किसानों और सरकार के बीच लड़ाई होगी, मैं उस लड़ाई में राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर कूद पड़ूंगा। राज्यपाल ने अग्निवीर योजना को लेकर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि किसान और जवान खुशहाल नहीं होंगे तो देश कैसे चलेगा। उन्होंने कहा, देश में आज किसानों और जवानों पर भारी संकट है और उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। 

अब फौज को बर्बाद करने के लिए अग्निवीर योजना ले आए हैं, इससे कोई नतीजा नहीं निकलेगा। राज्यपाल ने कहा कि मेरे पास कुछ नहीं है, अगर कुछ होता तो ईडी, इनकम टैक्स वाले आ जाते, लेकिन रिटायर होने के बाद औरों की जांच कराऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं श्रीनगर के दो मामलों के लिए प्रधानमंत्री के पास गया था। 

दोनों गलत थे, कैंसिल कर दिए। मुझे डेढ़-डेढ़ सौ करोड़ रुपए रिश्वत की पेशकश हुई थी, मुझे कुछ नहीं चाहिए, पांच कुर्ते-पायजामे में आया था और उसी में चला जाऊंगा। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं, वो अच्छा कर रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत में मलिक ने कहा, एमएसपी को लागू न करने के बहुत सारे कारण हैं। अडाणी ने पानीपत में बहुत बड़े गोदाम बना दिए हैं। बड़े पैमाने पर गेहूं खरीदकर उनमें डाल दिया है। वो चाहता है कि दाम बढ़े तो उसे बेचे। इसलिए एमएसपी लागू नहीं हो पा रहा।