कच्चे तेल की चालीस प्रतिशत दाम घटोत्तरी के बावजूद डीजल व पेट्रोल के दामों मे कमी न होना जनता के साथ विश्वासघात व छलावा - प्रमोद तिवारी

राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने यूपी में अघोषित विद्युत कटौती को किसानों तथा मध्यम वर्ग के लिए बताया कष्टप्रद

लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के मेंबर प्रमोद तिवारी ने अर्न्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत मे ताजा चालीस प्रतिशत प्रति बैरल की कमी होने के बावजूद डीजल व पेट्रोल के दामों मे बेतहाशा जारी मंहगाई को जनता के साथ विश्वासघात व छलावा करार दिया है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि अर्न्तराष्ट्रीय बाजार मे कच्चे तेल की कीमत पिछले सात माह मे सबसे निचले पायदान पर आ गयी है। बकौल प्रमोद तिवारी जून माह में कच्चे तेल की कीमत 123.19 डॉलर प्रति बैरल थी। जो आज घटकर 85.39 यानि लगभग छियासी डॉलर प्रति बैरल हो गयी है।

 सांसद प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार से कड़ा सवाल दागा है कि अर्न्तराष्ट्रीय बाजार में चालीस प्रतिशत यानी लगभग आधे के करीब पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत मे कमी आ गयी है तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतो में आखिर क्यों कमी नही की जा रही है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि इससे साफ है कि मोदी सरकार कुछ चुनिंदा पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए तेल की कीमतो मे कोई कमी नही कर रही है। 

सांसद प्रमोद तिवारी ने बेहद तल्ख टिप्पणी मे कहा कि केंद्र पेट्रोलियम पदार्थो के दामों को आज भी सौ रूपये प्रति लीटर पेट्रोल तथा लगभग अटठान्वें रूपये प्रति लीटर डीजल की दर से बेंचकर जनता की जेब पर डांका डाल रही है। सोमवार को मीडिया से रूबरू कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद प्रमोद तिवारी ने यह भी तंज कसा कि केंद्र की भाजपा सरकार पूंजीपति मित्रो की तिजोरी भरने मे उनकी सहयोगी बनी हुई है। प्रमोद तिवारी ने यह भी कहा है कि मोदी सरकार की छत्र छाया मंे इनके पूंजीपति मित्र फलफूल रहे हैं।

 उन्होने दावा किया कि कच्चे तेल उत्पादक देशों के संगठक ओपेक और उसके सहयोगी के उत्पादन मे कटौती के बावजूद भी कच्चे तेल की कीमतो मे कटौती आयी है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इसके बावजूद जनता के साथ विश्वासघात और धोखा तथा छलावा करने वाली मोदी सरकार को आगामी लोकसभा के चुनाव मंे देश की जनता सरकार के खिलाफ मतदान कर सबक अवश्य सिखायेगी। वहीं कांग्रेस राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने यूपी में अनियंत्रित वर्षा और औसत से कम बरसात होने के कारण एक बड़े भूभाग पर खरीफ की फसलों के लिए ंिसंचाई की जरूरत को अपरिहार्य ठहराया। 

श्री तिवारी ने कहा कि प्रतापगढ़ जनपद समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बरसात लगभग नही के बराबर हो रही है। ऐसे में बकौल प्रमोद तिवारी प्रदेश सरकार विद्युत आपूर्ति मे बडे पैमाने पर घोषित और अघोषित कटौती कर किसानों तथा मध्यम वर्ग को हलाकान किये हुए है। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से मीडिया को जारी बयान में सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि इस समय धूप की वजह से गर्मी और उमस चरम पर है। इसके बावजूद जबकि राष्ट्रीय स्तर पर भरपूर मात्रा मे बिजली उपलब्ध है फिर भी प्रदेश सरकार बिजली नही खरीद रही है।

 उन्होनें कहा कि चूंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव नही होने हैं इसलिए सरकार बिजली की समस्या को जानबूझकर नजर अंदाज कर रही है। श्री तिवारी ने सूबे की सरकार से कहा है कि वह किसानों एवं आम आदमी के हित में जहां सरप्लस बिजली उपलब्ध है वहां से प्रदेश सरकार बिजली खरीदे और पर्याप्त मात्रा में आम आदमी को बिजली मुहैया कराये। श्री तिवारी ने सूबे की सरकार द्वारा सूखे के आकलन की प्रक्रिया के तहत प्रतापगढ़ जिले मे भी न के बराबर हुई बारिश को देखते हुए इस जिले को भी सूखाग्रस्त घोषित किये जाने की सरकार से मजबूत आवाज उठायी है।