आईएनएस विक्रांत देश की समुद्री सुरक्षा के लिए अहम कदम: राहुल गांधी

नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत के लिए शुक्रवार को भारतीय नौसेना, नौसेना डिजाइन ब्यूरो और कोचीन शिपयार्ड को बधाई दी और इस पोत को बेड़े में शामिल किए जाने को देश की समुद्री सुरक्षा के लिए एक अहम कदम बताया। राहुल ने ट्विटर पर कहा, ‘‘ भारतीय नौसेना, नौसेना डिजाइन ब्यूरो और कोचीन शिपयार्ड को कई वर्षों की कड़ी मेहनत के लिए बहुत-बहुत बधाई, जिससे आईएनएस विक्रांत का सपना साकार हुआ। 

भारत का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत, आईएनएस विक्रांत भारत की समुद्री सुरक्षा के लिए एक अहम कदम है। उन्होंने आईएनएस विक्रांत की एक तस्वीर भी साझा की। भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का शुक्रवार को जलावतरण किया गया। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया जिनके पास ऐसे बड़े युद्धपोतों के निर्माण की घरेलू क्षमताएं हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में एक समारोह में स्वदेश में निर्मित पोत को नौसेना के बेड़े में शामिल किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आईएनएस विक्रांत को नौसेना के बेड़े में शामिल किए जाने के मौके पर एक पट्टिका का अनावरण किया। इस पोत का नाम एक पूर्ववर्ती पोत के नाम पर रखा गया है जिसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस नए पोते के साथ ही भारत अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस जैसे देशों के क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास ऐसे बड़े युद्धपोतों के निर्माण की घरेलू क्षमताएं हैं।