चंबल घाटी में बाढ़ पीड़ितों को बांटी खाद्य सामिग्री

आगरा | चम्बल की घाटी में बसी बाह तहसील में चंबल नदी के रौद्र रुप धारण करने के कारण सैकड़ों गांव जल मग्न हो गए हैं | बाढ़ आने के कारण ग्राम वासियों के घरों में पानी भर जाने के कारण चूला नहीं सुलग पा रहा हैं | साथ ही लोगों को खाने के लाले पढ़ रहे हैं | इस संकट की घड़ी में जिले की दर्जन भर समाज सेवी संस्थाएं व दर्जन भर समाज सेवक बहुचकर लोगों के लिए खाद्य सामग्री का प्रबन्ध कर रहे हैं | मैं उनको हृदय की अनंत गराइयो से धन्यवाद देना चाहता हूं | 

इसी तरह फतेहाबाद के एक संगठन राष्ट्रीय निषाद एकता संगठन के सदस्यों ने चंबल की घाटी में बसी बाह तहसील में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों ग्राम वासियों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई | ये कार्य संस्था व उसके सदस्यों का मानवता के स्नेह भरा कार्य हैं | गांवो में घर घर जाकर खाद्य सामग्री व शुद्ध जल मुहिया कराया | राष्ट्रीय निषाद एकता संगठन (फतेहाबाद) आए दिन हर क्षेत्र में कार्य करती नजर आती हैं | जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, मृत्यु भोज एक अभिशाप, आदि कार्य बखूबी से करती हैं|  आशा करते है कि ये संगठन राजनेतिक प्रकोप में ना होकर सामाजिक क्षेत्रों में कार्य करता रहेगा |

जिसमें प्रमुख रुप से अजय राजपूत, लक्ष्मी कांत वर्मा, अतर सिंह प्रधान, विकाश वर्मा निषाद, विष्णु प्रताप, अवधेश मझवार, दिनेश प्रधान,देवेन्द्र वर्मा,लाल बहादुर, रामकुमार ठेकेदार,कृष्ण कुमार निषाद, महेश निषाद, हरेश वर्मा, योगवीर निषाद, आशुतोष निषाद, मनीष निषाद, राम सनेही, भूरी सिंह वर्मा ,हिम्मत सिंह वर्मा, कुलदीप निषाद, विनोद कुमार, राम वर्मा , अभिषेक वर्मा , राजू आदि  |