स्तनपान शिशु का पहला टीकाकरण है - सीएमओ

सात अगस्त तक मनाया जायेगा ‘विश्व स्तनपान सप्ताह

गोंडा। स्तनपान शिशु की वृद्धि व विकास के लिए आदर्श व्यवहार है | स्तनपान शिशु का पहला टीकाकरण है, जो उसे मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है | माँ के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं तथा शिशु को बाल्यावस्था में होने वाली बीमारियों से बचाते हैं |मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा का कहना है कि जो माताएं बच्चे को सही समय पर और सही तरीके से भरपूर स्तनपान कराती हैं, उन्हें बच्चे को लेकर बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं होती है | 

मां के दूध की अहमियत सर्वविदित है, यह बच्चे को रोगों से लड़ने की ताकत प्रदान करने के साथ ही उसे आयुष्मान भी बनाता है ।इस वर्ष 2022 का थीम ‘स्तनपान को बढ़ावा, शिक्षा एवं सहयोग’ रखा गया है | इसका उद्देश्य स्तनपान को बढ़ावा देने में समुदाय के प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ता (आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी), डॉक्टर, लैक्टेशन कार्यकर्ता व मातृ समिति के सदस्य समेत सभी लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है |