बच्चों को अनाज की जगह मिलेगा ताजा खाना

आंगनबाड़ी केंद्रों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने की कवायद शुरू

लखनऊ। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और महिलाओं को अब अनाज की जगह पका पकाया खाना मिलेगा। इसके लिए सरकार महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को आंगनबाड़ी केंद्रों से जोड़ रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीरी की व्यवस्था खत्म होने के बाद बच्चों और महिलाओं को राशन देने की व्यवस्था की गई थी। इसमे दलिया, चना, दाल जैसे पोषक अनाज दिए जा रहे थे। लेकिन पंजीरी की तरह राशन में भी घोटाले होने लगे। 

इसलिए अब यह व्यवस्था भी बंद करके बच्चों को सीधे लाभ पहुचाने के लिए पका हुआ भोजन देने की व्यवस्था की जा रही है। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के निदेशक कपिल देव सिंह ने बताया कि प्रदेश में 189014 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इसमे शून्य से 6 साल तक के 1 करोड़ 77 लाख बच्चे रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा गर्भवती और 6 माह तक के बच्चों को पालने वाली महिलाओं को पुष्टाहार दिया जा रहा है। 

इन केंद्रों को समूहों से जोड़ा जा रहा है। समूह की महिलाएं मिड डे मील की तर्ज पर इनके लिए भोजन तैयार करेंगी। निदेशक के मुताबिक सरकार ने बच्चों को पोषक आहार देने के लिए योजना की शुरुआत की थी। लेकिन बीच-बीच मे धांधली की सूचनाएं मिलती रही जिसकी वजह से व्यवस्था में बदलाव करना जरूरी हो गया। इस व्यवस्था से बच्चों और महिलाओं को सीधे पोषक आहार मिल पायेगा। इसके साथ ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की माली हालत में भी सुधार होगा।