रुश्दी पर हमले का का संदिग्ध ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रति सहानुभूति रखता था

न्यूयॉर्क : प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने के आरोप में हिरासत में लिए गए 24 वर्षीय संदिग्ध की सहानुभूति ‘‘शिया चरमपंथियों’’ और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशरी गार्ड कोर के उद्देश्यों के प्रति थी। मीडिया में आई खबरों में यह दावा किया गया है। न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस ने संदिग्ध की पहचान फेयरव्यू, न्यूजर्सी के हदी मतार के तौर पर की है, लेकिन अबतक हमले के उद्देश्य का पता नहीं चला है।

 पश्चिमी न्यूयॉर्क में चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में भाषण देने के दौरान हमलावर ने मंच पर चढ़कर रुश्दी पर हमला कर दिया था। पुलिस ने बताया कि मतार की नागरिकता और उसकी आपराधिक पृष्टभूमि की अभी जांच की जा रही है। मामले की जांच की जानकारी रखने वाले कानून प्रवर्तन से जुड़े एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि मतार के सोशल मीडिया अकाउंट की प्राथमिक जांच से पता चला है कि वह शिया चरमपंथ और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के उद्देश्यों के प्रति सहानुभूति रखता था।

‘एनबीसी न्यूज’ ने बताया कि हालांकि, अबतक मतार और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी से सीधे संबंध की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारियों को ईरान के मारे गए कमांडर कासिम सुलेमानी और ईरानी शासन के प्रति सहानुभूति रखने वाले एक इराकी चरमपंथियों की तस्वीर मतार के सेल फोन के मैसेजिंग ऐप से मिली है। सुलेमानी एक वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारी थे जिनकी वर्ष 2020 में हत्या कर दी गई थी।