सोने और चांदी की वायदा कीमत में आई गिरावट, देखे धातु की क्या है कीमत

नई दिल्ली : आज घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 1.5 फीसदी नीचे 47,799 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी वायदा 1.6 फीसदी गिरकर 70,345 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से करीब आठ हजार रुपये नीचे है। 

वैश्विक बाजारों में, सोना रातों-रात 2.5 फीसदी से अधिक गिर गया क्यंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि वह उम्मीद से जल्द ब्याज दरें बढ़ा सकता है। वहीं डॉलर करीब दो माह को उच्च स्तर पर पहुंच गया। हालांकि एशियाई बाजार में निवेशकों ने सोने की कीमत में गिरावट का लाभ उठाया। हाजिर सोना 0.6 फीसदी ऊपर 1,822.36 डॉलर प्रति औंस पर रहा। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.5 फीसदी बढ़कर 27.09 डॉलर प्रति औंस पर थी। पैलेडियम 0.5 फीसदी बढ़कर 1,127.49. डॉलर प्रति औंस पर था।

मई 2020 में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में शुद्ध निवेश इससे पिछले महीने की तुलना में 57 फीसदी घटकर 288 करोड़ रुपये रह गया। अप्रैल में यह 688 करोड़ रुपये था। निवेशकों द्वारा शेयर बाजारों का रुख करने की वजह से गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा है। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटने के बावजूद गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) मई के अंत तक छह फीसदी बढ़कर 16,625 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो अप्रैल के अंत तक 15,629 करोड़ रुपये थीं। इससे पहले निवेशकों ने मार्च में गोल्ड ईटीएफ में 662 करोड़ रुपये डाले थे। फरवरी में उनका निवेश 491 करोड़ रुपये और जनवरी में 625 करोड़ रुपये रहा था।

मालूम हो कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक देश है। मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है। मात्रा के हिसाब से भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है। सरकार ने बजट में सोने पर आयात शुल्क 12.5 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी (7.5 फीसदी सीमा शुल्क और 2.5 फीसदी कृषि बुनियादी ढांचा और विकास उपकर) कर दिया है। आमतौर पर सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है।