कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2.74 लाख करोड़ टैक्स वसूले: प्रियंका गांधी

लखनऊ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने भाजपा की केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश मे महंगाई अनियंत्रित होकर आम जनमानस की कमर तोड़ रही है, कोरोना संकटकाल मे जब मौतों से हर तरफ हाहाकार मचा उसी समय बेरोजगारी और महंगाई ने देश को जकड़ लिया और केंद्र सरकार हाथ पर हाथ रखकर जनता से केवल टैक्स वसूली कर रही है। कोरोना संकट और महंगाई से कराह रहे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान जनता को बेसहारा छोड़ दिया और किसी तरह की राहत देने से परहेज कर रहे है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, सरसों का तेल, अरहर दाल सहित आवश्यक वस्तुओं के दाम बेतहासा बढ़ते जा रहे है, उसको नियंत्रित करने की पहल सरकार ने न करते हुए बल्कि आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की जमाखोरी व कालाबाजारी को कानूनी दर्जा देकर सब कुछ बाजार के हवाले कर देने से स्थितियां लगातार विकराल हो चुकी है। सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2.74 लाख करोड़ टैक्स वसूल लिया भाजपा की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जनकल्याण का संवैधानिक मार्ग त्यागकर केवल और केवल जनता पर भारी भरकम टैक्स लगाकर प्रताड़ित कर रही है। कांग्रेस महासचिवव प्रियंका गांधी ने सरकार पर बरसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी लगातार देश को गुमराह करने व अपनी निजी छवि को बनाने के लिये सरकारी धन का अपव्यय कर रहे है, उन्होंने कहा कि सरकार में इच्छाशक्ति शून्य है प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि पेट्रोल डीजल से वसूले गए भारी टैक्स से जनता को क्या मिला? कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यदि सरकार में संकट के भीषण काल मे मानवीय संवेदना होती तो जनता को संकट से उबारने के लिये वसूले गए टैक्स से देश के लिये 67000 करोड़ वैक्सीन डोज, देश के समस्त जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, 29 राज्यों में एम्स अस्पताल बनाने के साथ-साथ देश के 25 करोड़ गरीबो को एक मुस्त 6000 रुपये की मदद कर संकटकाल में बड़ी राहत दे सकती थी। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का ध्यान जनकल्याणकारी नीतियों के बजाय केवल भारी भरकम टैक्स जनता पर लगाकर वसूलने तक सीमित है। जनता के साथ केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार उत्पीड़नात्मक रवैया मानवता को शर्मसार कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनता को इस सरकार से मिला कुछ भी नहीं, उसे सिर्फ ठगा गया है।