विश्व कप के बीच इन पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने किया फलस्तीन का समर्थन

विश्व कप के बीच पाकिस्तानी खिलाड़ी फलस्तीन के समर्थन में उतर आए हैं। पाकिस्तान को शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मुकाबला खेलना है। इस मैच के लिए आईसीसी और आयोजकों द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है कि कोई भी फैन इस्राइल या फलस्तीन के समर्थन से जुड़ा पोस्टर या प्लेकार्ड लेकर नहीं आएगा। इस बीच पाकिस्तान के कई क्रिकेटरों ने फलस्तीन के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

पाकिस्तान के उपकप्तान शादाब खान, हारिस रऊफ, मोहम्मद नवाज, सलमान अगा और इफ्तिखार अहमद जैसे बड़े खिलाड़ियों ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) के साथ-साथ इंस्टाग्राम अकाउंट से फलस्तीन के झंडे का फोटो शेयर किया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के विश्व कप टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर इमाद वसीम ने भी फलस्तीन का झंडा शेयर किया है। पाकिस्तान टीम से बाहर चल रहे पेस बॉलिंग ऑलराउंडर फहीम अशरफ, संन्यास ले चुके अजहर अली और मौजूद विश्व कप में अपने डेब्यू का इंतजार कर रहे उसामा मीर ने भी फलस्तीन का झंडा शेयर किया है।

इससे पहले मोहम्मद रिजवान ने श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान की जीत और अपने शतक को गाजा को समर्पित किया था। श्रीलंका के खिलाफ मैच में रिजवान ने शतक जड़ा था। उन्होंने नाबाद 131 रन की पारी खेली थी। इस पारी के बाद रिजवान ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा- यह जीत गाजा में हमारे भाइयों और बहनों के लिए था। जीत में योगदान देकर खुश हूं। 

इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को हराया था तो भारत में इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन का बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने टीम इंडिया की जीत पर खुशी जाहिर की। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान टीम और वहां के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान पर तंज भी कसा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि हार के बाद पाकिस्तान अपनी जीत हमास को समर्पित नहीं कर पाया। नाओर ने लिखा- हमें खुशी है कि क्रिकेट विश्व कप 2023 में खेले गए भारत-पाकिस्तान मैच में भारत विजयी हुआ और पाकिस्तान अपनी जीत हमास के आतंकवादियों को समर्पित नहीं कर पाया। 

इस विश्व कप में अब तक कुछ मौकों पर इस्राइल-हमास युद्ध से जुड़े प्लेकार्ड और पोस्टर्स को मैदान में पकड़ा जा चुका है। अब इस पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ प्लेकार्ड ही नहीं अब इस्राइल या फलस्तीन के समर्थन में किसी भी तरीके के नारे लगाने पर पाबंदी लगा दी गई है। 

इस्राइल और हमास के बीच युद्ध में करीब पांच हजार लोगों की मौत हो गई। इस बीच, मंगलवार को गाजा के अल-अहली अस्पताल में विस्फोट हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। इस हमले का आरोप हमास और इस्राइल एक दूसरे पर मढ़ रहे हैं। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-अहली अस्पताल में मंगलवार देर रात हुए भीषण विस्फोट में 471 लोगों की मौत हो गई, जबकि 314 अन्य घायल हो गए। इस बीच अमेरिका ने इस्राइल का पक्ष लिया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि गाजा अस्पताल विस्फोट के लिए इस्राइल जिम्मेदार नहीं है।