नयी दिल्ली : इजराइल में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय शुरू किया है। विदेश मंत्रालय ने गुरूवार को बताया कि ऑपरेशन अजय के तहत इजराइल में फंसे 230 भारतीयों को लेकर विशेष विमान शुक्रवार तक पहुंचने की उम्मीद है। हमास आतंकियों द्वारा इजराइल पर किए गए हमले को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इन हमलों को आतंकवादी हमलों के तौर पर देखते हैं। इससे पहले सूत्रों ने बताया कि इजराइल में मौजूद 230 भारतीय बृहस्पतिवार को रात 9 बजे विमान से ‘‘पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भारत के लिए रवाना होंगे।
हमला शुरू होने के बाद एअर इंडिया ने सात अक्टूबर से अपनी सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया है। ऐसे में भारत लौटने में असमर्थ लोगों की मदद के लिए इस चार्टर विमान की व्यवस्था की गई है। भारतीयों से इसके बदले कोई किराया नहीं लिया जाएगा। उनकी वापसी का खर्च सरकार वहन करेगी। सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर किये गए पोस्ट के अनुसार, भारतीय दूतावास ने विशेष उड़ान के लिए पंजीकृत भारतीय नागरिकों की पहली सूची ईमेल से भेज दी है। यह भी कहा गया कि अन्य पंजीकृत लोगों की सूची बाद की उड़ानों के लिए भेजी जाएगी।
दूतावास का यह पोस्ट उसी सोशल मीडिया मंच पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर के संदेश के बाद आया है। जयशंकर ने बुधवार को ‘‘ऑपरेशन अजय शुरू करने की घोषणा की थी। जयशंकर ने लिखा था, ‘‘इजराइल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया जा रहा है। विशेष चार्टर विमान और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और हित के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
इजराइल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूतावास आपकी सुरक्षा और हित के लिए लगातार काम कर रहा है। हम सभी बहुत कठिन समय से गुजर रहे हैं लेकिन कृपया शांत और सतर्क रहें और स्थानीय सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें। वहीं, आतंकवादी संगठन हमास की ओर से हमला किए जाने के बीच सात अक्टूबर को वहां फंसे केरल के श्रद्धालुओं का एक दल सुरक्षित भारत लौट आया है।
इस दल ने युद्ध क्षेत्र से उसे सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय दूतावास के तत्काल हस्तक्षेप करने के वास्ते उसका आभार व्यक्त किया है। इस समूह में शामिल श्रद्धालु मौलवी ने मलयालम समाचार चैनल से बातचीत में बृहस्पतिवार को बताया कि हमास के हमले के बीच उनकी वक्त रहते केरल वापसी भारतीय दूतावास के अधिकारियों के त्वरित और प्रभावी हस्तक्षेप से संभव हुई।
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा,‘‘ अगर हमारी वापसी की यात्रा एक भी दिन के लिए स्थगित होती तो हम युद्ध क्षेत्र में फंस जाते....खैर अब हम घर आ गए हैं। मौलवी और उनकी पत्नी 45 सदस्यीय उस समूह का हिस्सा थे जो तीर्थ यात्रा पर इजराइल गए थे। तीर्थयात्रियों का समूह बृहस्पतिवार सुबह यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया।