गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर रहा चिकित्सा शिविर: प्रो.भारती
सहारनपुर। शाकम्भरी देवी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल है, जिससे पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पहचान देशभर में है। उक्त विचार आज ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलप्रति प्रोफेसर (डा.) पी.के.भारती ने शारदीय नवरात्र मेले के अवसर पर यूनिवर्सिटी द्वारा लगाये गये चिकित्सा शिविर के उद्घाटन के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यूं तो जनपद सहारनपुर गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है, और इसी अवरिल धारा को आगे बढ़ाते हुए ग्लोकल विश्वविद्यालय ने मानव सेवार्थ यह चिकित्सा शिविर लगाया है, जिसमें हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की अलग ही झलक दिखाई दे रही है।
बिना किसी भेदभाव के श्रद्धालुओं से की जा रही है। जो सराहनीय पहल है। प्रोफेसर (डॉ.) पी. के. भारती ने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था के इस केंद्र में श्रद्धालुओं की सुख सुविधाओं के लिए ग्लोकल विश्वविद्यालय द्वारा इस मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है और इसके साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गई है।
उन्होने कहा कि सिद्धपीठ माँ शाकम्भरी देवी के शारदीय नवरात्र मेले में ग्लोकल विश्वविद्यालय के द्वारा चिकित्सा शिविर लगाने का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना है। ग्लोकल विश्वविद्यालय के परिसर निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) एस.पी. पाण्डे की देखरेख में लगाए गए इस चिकित्सा शिविर में श्रद्धालुओं एवं मरीजों की निःशुल्क जांच कर के उन्हें निःशुल्क दवाएं भी वितरित की गईं।
इस कैंप में डॉ. रेहान, डॉ. बृजेश कुमार, डॉ. जगमोहन, डॉ. बी.पी. सिंह डॉ. इमलाक, डॉ. ऐनी, कैंप कोऑर्डिनेटर दीपक भार्गव, नर्सिंग स्टाफ सिदरा, सादिका, हफ्शा, फार्मासिस्ट मुकेश, अमित सहित अलका, अहमद, रज्जाक, अतिया सहित अन्य छात्र छात्राएं भी मौजूद रहे।