इससे पहले कि,,,

इससे पहले कि

घोषित कर दिया जाए तुमको भी

अयोग्य,

लिखो एक कविता

पुनर्जीवित करने का मात्र यही साधन है अब !!


इससे पहले कि

अमल में लाई जाने लगें

कुटिल युद्धों की रणनीतियां ,

गाओ एक प्रेम गीत 

शायद ऐसे ही बची रह सकती हैं 

हमारी आगामी सुबहें !!


इससे पहले कि

कोई तानाशाही आकरके जला दे 

हमारे सभी संग्रहालय 

प्रेम कविताओं के ,

लिखो एक कविता !! 


हां,,

इसलिए भी लिखो एक कविता

कि सिर्फ और सिर्फ 

लिखी ही न रह जाए कोई कविता

डायरी के पिछले पन्नों पर !!


नमिता गुप्ता "मनसी"

मेरठ, उत्तर प्रदेश