सर्वोच्च विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा बैठक में अधीक्षण अभियन्ता, सिंचाई अनुपस्थित, स्पष्टीकरण तलब
आज़मगढ़ : मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने वृहस्पतिवार को अपने कार्यालय सभागार में आयोजित सर्वोच्च विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि अपने अपने जनपद में सड़कों की जॉंच करा कर गड्ढामुक्त किये जाने योग्य सड़कों का विवरण शीघ्र उपलब्ध करायें, ताकि समय से सड़कों को गड्ढामुक्त कराया जा सके। इसी क्रम में उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सबसे पहले जनपद मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाय।
उसके बाद तहसील, विकास खण्ड, थानों आदि को जाने वाली सड़कों पर कार्य कराया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि गड्ढामुक्त किये जाने योग्य कोई भी सड़क छूटनी नहीं चाहिए तथा कार्य मानक के अनुरूप निर्धारित समय सीमा के अन्दर होना चाहिए। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराई जा रही निःशुल्क बोरिंग में प्रयोग होने वाली पाइप की गुणवत्ता की भी जॉंच कराने का निर्देश तीनों मुख्य विकास अधिकारियों को दिया।
उन्होंने निराश्रित गोवंश को संरक्षित किये जाने की स्थिति का जायजा लेते हुए अपर निदेशक, पशुपालन को निर्देश दिया कि संरक्षित किये गये गोवंश के साथ ही अन्य पशुओं का तत्काल टीकाकरण करायें। उन्होंने मुख्यमन्त्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा में पाया कि अब तक जनपद आज़मगढ़ में लक्ष्य 2800 के सापेक्ष 2825, मऊ में 582 के सापेक्ष 243 एवं बलिया में 866 के सापेक्ष 437 गोवंश को पशुपालकों द्वारा संरक्षित किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिया कि मऊ एवं बलिया में किसानों को इस हेतु प्रेरित किया जाय तथा शासन द्वारा अनुमन्य धनराशि समय से उपलब्ध कराई जाय ताकि इन जनपदों में भी निराश्रित गोवंश को संरक्षण में किसानों, पशुपालकों की सहभागिता लक्ष्य के सापेक्ष हो सके। नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने तथा सिंचाई से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं की जानकारी देने हेतु अधीक्षण अभियन्ता, सिंचाई बैठक में उपस्थित नहीं थे, जिस पर मण्डलायुक्त श्री चौहान ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए इस सम्बन्ध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।
मण्डालयुक्त मनीष चौहान ने धान खरीद की तैयारियों की समीक्षा के दौना संभागीय खाद्य नियन्त्रक को निर्देश दिया कि राइस मिलों का रजिस्ट्रेशन शीघ्र कर लें। क्रय केन्द्रों के सम्बन्ध में संभागीय खाद्य नियन्त्रक द्वारा बताया गया कि जो भी क्रय केन्द्र खुलने हैं वह अनुमोदित हो गये हैं। गत वर्ष की अपेक्षा आज़मगढ़ में 15, मऊ में 12 एवं बलिया में 17 क्रय केन्द्र कम हैं।
इस सम्बन्ध में मण्डलायुक्त ने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि गत वर्ष में जितने क्रय केन्द्र खुले थे उतने क्रय केन्द्र अवश्य खुलवायें। यह भी अवगत कराया गया कि अब तक 4720 किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, परन्तु सत्यापन कम हुआ है। मण्डलायुक्त ने रजिस्ट्रेशन बढ़ाने तथा सत्यापन में तेजी लाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया।
विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी मऊ द्वारा अवगत कराया गया कि गत दिवस चेकिंग के दौरान बड़ी संख्या में पावरलूम के विद्युत कनेक्शन पर घरेलू उपयोग होना पाया गया था। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि अभियान चलाकर जॉंच कराई जाय तथा सम्बन्धित एसडीओ की जिम्मेदारी तय करते हुए कटिया कनेक्शन धारकों एवं नियम विरुद्ध तरीके से विद्युत का उपभोग करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही कराई जाय।
मण्डलायुक्त ने कहा कि जनपद बलिया में स्वास्थ्य विभाग के कई निर्माण जो पुराने हैं और अभी तक पूर्ण नहीं हुए हैं, उन्हें शीघ्र पूरा करायें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी बलिया को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत अधिक से अधिक समूह गठन कराये जाने का निर्देश दिया। बैठक में मण्डलायुक्त श्री चौहान द्वारा पंचायती राज, सहकारिता, नगर विकास, खाद्य एवं रसद, समाज कल्याण, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, गन्ना, दुग्ध विकास, शिक्षा, श्रम, आईसीडीएस आदि विभागों की बिन्दुवार समीक्षा की गयी तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ विशाल भारद्वाज, जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार, जिलाधिकारी बलिया रवीन्द्र कुमार, अपर आयुक्त केके अवस्थी, मुख्य विकास अधिकारी आज़मगढ़ श्रीप्रकाश गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी मऊ प्रशान्त नागर, मुख्य विकास अधिकारी बलिया प्रवीण वर्मा, संयुक्त विकास आयुक्त एमएन पाण्डेय, वन संरक्षक डॉ. बीसी ब्रम्हा, मुख्य अभियन्ता, विद्युत आशुतोष श्रीवास्तव, अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. माधुरी सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार, उप निदेशक, समाज कल्याण आरके चौरसिया, उप निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण मीनू सिंह, उप निदेशक, मत्य पालन एसके वर्मा, संयुक्त आयुक्त, सहकारिता हृदय राम सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।