शिक्षक ।

एक खूबसूरत बात है,

सभ्य आचरण से सजी-धजी,

उन्नत खोज और अहसास है,

यह जीवन को सार्थकता की,

सफ़ल राह बनाने वाले,

यहां शिक्षक की ही की,

दिल से जा रही बात है,

सबको सम्बन्धों में निकटता लाने की,

यह एक अपूर्व सौगात है,

मनुष्य को मनुष्य बनाये जाने वाले,

शिखर पर पहुंचाने वाले,

समग्र विकास को दिखलाने में,

लगातार प्रयास की जरूरत बताने वाले,

युगों से लम्बी ख्याति प्राप्त कर,

ज्योति फैलाने वाले,

हैं एक वृहद आकार में,

जगत- संसार में सर्वश्रेष्ठ उपहार हैं,

इसलिए निर्विवाद रूप में कहलाते हैं,

सबके हृदय में स्थित मानवीय मूल्यों को,

सटीक तरीके से स्थापित करने वाले,

योग्य पुरुष और अवतार है,

शिक्षक दिवस पर विशेष रूप से,

शिक्षकों को मिलने चाहिए सम्मान,

यह राष्ट्रीय स्तर पर भारतीयता को,

दिलाता है अनूठा पहचान,

मां की छाया है जब पड़ती है घर में ,

बच्चों को मिलता है एक अद्भुत उपहार,

स्कूल है शिक्षक के सानिध्य में,

पाते हैं सब कोमल बच्चे इस दुनिया में,

सुन्दर और स्नेहिल सोच का ,

शिक्षक से यह उत्तम संस्कार।

हमें सम्हलकर रखने वाले यह गुरु,

देश -दुनिया में कहलाते हैं ,

शिक्षकों का गुलशन संसार,

दाग -ऐब  नहीं दिखता है कभी यहां इनमें,

गुरुजनों से आशीर्वाद प्राप्त करने का,

तब मिलता है यह हृदय से आभार।

डॉ० अशोक पटना, बिहार।