राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से महिला समूह को दिया ऋण

80 महिला पशुपालकों को एचडीएफसी बैंक ने बांटा यह ऋण

सहारनपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए पशु पालन हेतु ऋण का वितरण किया गया जिससे कि महिलायें पशु पालन कर दूध बेच सकें। यह ऋण मिलने से पशुपालक क्षेत्र की महिलायें बहुत खुश नजर आ रही थी।

आपको बता दें कि नकुड के एक बैंकट हॉल में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और सीएससी की ओर से भव्य ऋण मेला आयोजित किया गया। जिसमें करीब 80 महिलाओं को एचडीएफसी बैंक ने ऋण उपलब्ध कराया। इस मौके पर एसडीएम नकुड अजय कुमार ने कहा कि महिलाओं को स्वालंबी बनाने के लिए यह एक बहुत अच्छी पहल है।

 इससे महिला पशुपालक का आमदनी का जरिया प्रशस्त होगा और आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम सामने होंगे। सीएमसी (मधुसूदन डेयरी) के डायरेक्टर एसके अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में महिलाओं को जागृत होने की आवश्यकता है। महिलाएं आगे बढ़ेगी तो देश भी आगे बढ़ेगा। अभी यह शुरुआत 80 महिलाओं से की जा रही है भविष्य में यह संख्या बढ़कर अच्छी खासी हो सकती है। 

सीएमसी के एमडी  सीपी अग्रवाल ने कहा सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास कर रही है। हमारा भी यह प्रयास है कि महिलाओं के समूह दुग्ध उत्पादन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिससे होने वाले दूध के उत्पादन की हम खरीदारी करेंगे और महिलाओं को दुग्ध उत्पादन का सही दाम उन्हें उपलब्ध कराएंगे। यह ऋण अभी 80 महिलाओं को दिया जा रहा है और धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ जाएगी। 

इस मौके पर एचडीएफसी बैंक की ओर से 80 महिलाओं को मौके पर ही ऋण के प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस मौके पर खाद एवं खाद्य एवं औषधि प्रशासन के डिओ पवन कुमार, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार मिशन के डीसी आईपी यादव, नकुड़ विधायक मुकेश चौधरी के प्रतिनिधि बकुल चौधरी सहित श्रवण कुमार, एस. दीक्षित, डॉ. ए. के. त्रिपाठी, कपिल सिन्धु, सूरज नेगी सहित सैकड़ो की संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित रहे।