काठमांडू : नेपाल सरकार विजयादशमी और दीपावली जैसे त्योहारो से पहले घरेलू मांगों को पूरा करने के लिए भारत से 20,000 मीट्रिक टन (एमटी) चीनी आयात करने के लिए तैयार है। उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय ने स्थानीय मांगों की पूर्ति के लिए 60,000 मीट्रिक टन चीनी पर सीमा शूल्क में छूट देने का आग्रह किया है। वित्तीय मंत्रालय ने केवल 20,000 मीट्रिक टन चीनी आयात करने की अनुमति दी है।
वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता धनीराम शर्मा ने बताया कि मंत्रालय ने सीमा शुल्क पर 50 फीसदी की छूट दी है। दो कंपनियां साल्ट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एसटीसी) और फूड मैनेजमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी दोनों आगामी त्योहारी सीजन के लिए 10-10 हजार मीट्रिक टन चीनी का आयात करेंगी।
एसटीसी के संभागीय प्रबंधक ब्रजेश झा ने कहा कि सरकार से 50,000 मीट्रिक टन चीनी आयात करने की अनुमति मांगी गई है। नेपाल में चीनी की घरेलू मांग 3,00,000 मीट्रिक टन है और उसे भारत से भारी मात्रा में चीनी आयात करने की आवश्यकता है। नेपाल में फिलहाल 12 चीनी कारखाने हैं, जिसमें करीब 1,00,000 मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन होता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार नेपाल कम से कम 70 प्रतिशत चीनी भारत से आयात करता है। वहीं हजारों टन चीनी बिना सीमा शुल्क चुकाए अवैध माध्यम से लाई जाती है। काठमांडू में काले बाजारों में चीनी 100 से 125 नेपाली रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य की कीमत पर मिलता है, जबकि भारत में इसकी कीमत 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम है।