तीर्थ क्षेत्र हमारी संस्कृति के आधार स्तम्भ: जैन

45 सदस्यीय जैन तीर्थ यात्रा संघ हुआ रवाना

बाड़मेर । जैन गिरनार व पालीताणाजी सहित कई तीर्थाें के दर्शन-वन्दन को लेकर शुक्रवार को 45 सदस्यों का जैन तीर्थ यात्रा संघ संयोजक संजय छाजेड़ बींजासर के नेतृत्व में महावीर सर्किल, बाड़मेर से रवाना हुआ । जिसको जैन श्रीसंघ,  बाड़मेर के अध्यक्ष एडवोकेट अमृतलाल जैन, उपाध्यक्ष गौतमचन्द बोहरा भूणिया सहित गणमान्य अतिथियों ने जैन पताका लहराकर मंगल कामनाएं देते हुए रवाना किया ।

सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि जैन तीर्थ यात्रा संघ, बाड़मेर शुक्रवार को महावीर जिनालय, महावीर सर्किल से संयोजक संजय छाजेड़ बींजासर के नेतृत्व में हर्ष और उल्लास के साथ रवाना हुआ । यह संघ सिणधरी, शंखेश्वर, मणिलक्ष्मी, पावागढ़, बडौदा, गिरनार, सोमनाथ, पालीताणा, अयोध्यापुरम्, धोलका, महुंड़ी, केसरियाजी, जीरावल्ला, पावापुरी, भैरूतारक सहित कई जैन तीर्थ क्षेत्रों के दर्शन करता 04 अगस्त को पुनः बाड़मेर लौटेगा । इस संघ में 45 सदस्य शामिल है । संघ को शुक्रवार को जैन समाज के गणमान्य नगारिकों ने मंगल व शुभकामनाएं देते हुए रवाना किया ।

जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के अध्यक्ष एडवाकेट अमृतलाल जैन ने कहा कि तीर्थ दर्शन को लेकर यात्राएं हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग रही है । इन यात्राओं से श्रद्धालुओं को जहां एक आत्मिक बल मिलता है वहीं दूसरी उन्हें अपनी संस्कृति व इतिहास से रूबरू होने का मौका मिलता है । जैन ने कहा कि सदियों से तीर्थ क्षेत्र हमारी संस्कृति के आधार स्तम्भ रहे है ।

इस दौरान श्री नाकोड़ाजी जैन तीर्थ के ट्रस्टी मांगीलाल संखलेचा, पूर्व ट्रस्टी रतनलाल बोहरा, छगनलाल बोथरा, हंसराज कोटड़िया, छाजेड़ परिवार, बाड़मेर के अध्यक्ष सतीश छाजेड़, मुकेश बोहरा अमन, अशोक सिंघवीं, बाबुलाल मालू, चतुर्भुज मालू, पारसमल बोथरा एसआईसी, सम्पतराज छाजेड़, नरेश छाजेड़ गौतमचन्द जैन, संजय सिंघवीं सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नागरिक व माताएं-बहिनें उपस्थित रही ।