प्रकृति संरक्षण।

हम सब जागरुक हो रहें हैं,

प्रकृति के महत्व को,

गहराई से समझ रहे हैं,

जीवन प्रबन्धन में,

प्रकृति की खूबसूरत देन,

हमें आत्मसात करने की जरूरत है,

यह आज़ की दुनिया की,

सबसे खूबसूरत दरकार है,

इस कारण इसकी बढ़ रही अहमियत है।

प्रतिवर्ष धरती का तापमान बढ़ रहा है,

खुशियां में ग्रहण लगने लगा है,

खूबसूरत व बेहतरीन प्रतीक खत्म हो रहें हैं,

सृजनशीलता और सुकून देने वाली ताकतों को,

मदम गति से चलने वाली,

कुत्सित मानसिकता वाले लोगों से,

अब जनमानस को डर लगने लगा है।

ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव है,

सबमें दिखता अभाव है,

नज़रें चुराने लगे हैं लोग,

खत्म होने लगीं हैं जीवन की डोर।

हमें सम्हलकर रहने की जरूरत है,

अनमोल व खूबसूरत प्रकृति संरक्षण पर,

विनम्रता से ज़ोर देना आज़ की दुनिया में,

एक खूबसूरत अन्दाज में,

आगे बढ़ने की अत्यंत खूबसूरत ताकत है।

डॉ० अशोक,पटना,बिहार।